चमोली जिला अध्यक्ष रजनी भंडारी को हटाए जाने के मामले को हाई कोर्ट ले जायेंगे— धीरेंद्र प्रताप
चमोली जिला पंचायत की अध्यक्ष रजनी भंडारी को तानाशाही पूर्ण तरीके से हटाए जाने के मामले में राज्य सरकार की हार होगी यह दावा आज यहां उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता धीरेंद्र प्रताप ने की। पत्रकारों से बात करते हुए धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जबकि इतने अलोकतांत्रिक ढंग से एक चुनी हुई जिला पंचायत के अध्यक्ष को उसके पद से बेदखल कर दिया गया है, उन्होंने कहा की इस मामले में जो आरोप लगाए गए हैं वह सतही हैं और बिना जांच किए उन पर कार्रवाई किया जाना कानून का मजाक है। उन्होंने कहा इस मामले पर नैनीताल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा और उन्हें पूर्ण विश्वास है इस मामले में भाजपा की तानाशाह सरकार की हार होगी।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि मध्य प्रदेश से लेकर कर्नाटक तक सभी जगह भाजपा के नेतृत्व में चुने हुए नुमाइंदों को बेदखल करने का काम किया है जो कि 200 साल की आजादी की लड़ाई के बाद आजाद भारत में बनाए गए संविधान का मजाक है।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा इस कार्रवाई का इसलिए भी किया जाना बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है जब इस जिले के एक बहुत प्रमुख क्षेत्र जोशीमठ में लोक सरकार की तरफ मदद के लिए टकटकी लगाए देख रहे हैं ऐसे में उसकी पसंद की चुनी हुई स्थानीय सरकार को दादागिरी से हटा दिया गया है।
धीरेंद्र प्रताप ने इस मामले में राज्य के प्रथम नागरिक और संविधान के संरक्षक राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह से हस्तक्षेप की मांग की है और इस मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष को बहाल किए जाने की अपील की है।