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उत्तर प्रदेश की सफलता की कहानी: बिना थके, बिना रुके, 2029 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने की ओर अग्रसर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा – “यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है”

लखनऊ, ।‌मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की जनता को आश्वस्त करते हुए कहा है कि राज्य की प्रगति की यात्रा बिना थके, बिना रुके और बिना डिगे निरंतर जारी रहेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्ष 2029 तक उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगा और देश की सबसे अग्रणी अर्थव्यवस्था का केंद्र बनेगा।

एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, जबकि 2017 में यह सातवें स्थान पर था। यह परिवर्तन विकास की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही डबल इंजन सरकार की दूरदृष्टि का परिणाम है।

सुनियोजित विकास और मजबूत आधारभूत ढांचा

मुख्यमंत्री ने बताया कि:

यूपी में आज देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क है।

सर्वाधिक मेट्रो नेटवर्क और रेलवे नेटवर्क यूपी में संचालित हो रहा है।

देश की पहली रैपिड रेल और पहला इनलैंड वॉटरवे भी यूपी में है।

45 से अधिक केंद्रीय योजनाएं यूपी नेतृत्व कर रहा है।

2017 से पहले की सरकारों पर तीखा हमला

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से पहले सत्ता में रही सरकारें विकास की विरोधी थीं।

केंद्र की योजनाओं को जानबूझकर विफल किया जाता था।

प्रदेश जातिवाद और परिवारवाद की राजनीति में जकड़ा था।

शासन माफियाओं के इशारे पर चलता था, और दंगे, भय, असुरक्षा आम बात थी।

कानून-व्यवस्था और सामाजिक सुरक्षा में क्रांतिकारी सुधार

मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी अब:

दंगा मुक्त, माफिया मुक्त, अपराध मुक्त और गुंडा मुक्त हो चुका है।

हर पर्व-त्योहार शांति से संपन्न हो रहा है।

यूपी टूरिज्म का ड्रीम डेस्टिनेशन बन चुका है — वर्ष 2024-25 में 100 करोड़ से अधिक पर्यटक आने की उम्मीद है।

ओडीओपी बना स्वदेशी और स्वाभिमान का प्रतीक

2018 में शुरू की गई वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना ने एमएसएमई को नई पहचान दी।

स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्प को बाजार और मुनाफा दोनों मिले हैं।

कोरोना काल में यूपी पहला राज्य था जिसने 40 लाख से अधिक कारीगरों के लिए एमएसएमई इकाइयाँ शुरू कीं।

निवेश में यूपी बना निवेशकों की पहली पसंद

2017 की पहली इन्वेस्टर्स समिट में ₹4.67 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले।

2023 में यह आंकड़ा बढ़कर ₹40 लाख करोड़ हो गया।

सिंगल विंडो सिस्टम और टेक्नोलॉजी आधारित प्रक्रिया के चलते निवेश आसान हुआ है।

सामाजिक समरसता और समावेशी विकास की नीति

56 लाख गरीबों को आवास दिए गए, जाति से ऊपर उठकर सभी को लाभ पहुंचाया गया।

मुसहर, सहरिया, थारू जैसे वंचित जनजातियों को पहली बार योजनाओं का लाभ मिला।

हर गरीब को राशन, हर घर में शौचालय, और इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर नियंत्रण हुआ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को नए भारत के भविष्य का आधार बताते हुए कहा कि प्रदेश आज आत्मविश्वास से भरा है, और दुनिया भर के निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुका है।

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