इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पीएनबी ने पेश किया सेफ्टी रिंग तंत्र
नई दिल्ली,।: साइबर धोखाधड़ी की बढ़ती संख्या के प्रतिउत्तर में, देश के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, पंजाब नैशनल बैंक (PNB), ने अपने इंटरनेट बैंकिंग सिस्टम (आईबीएस) और मोबाइल बैंकिंग सिस्टम (एमबीएस) में एक नया सुरक्षा फीचर ”सेफ्टी रिंग” पेश किया है। यह तंत्र धोखाधड़ी करने वालों की अनाधिकृत पहुंच के मामले में होने वाले नुकसान को न्यूनतम करने के लिए एक अतिरिक्त सुरक्षा परत प्रदान करता है।
सेफ्टी रिंग एक वैकल्पिक फीचर है जो ग्राहकों को सावधि जमा के आनलाइन क्लोजर या सावधि जमा पर तय सीमा की राशि तक ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्राप्त करने के लिए एक दैनिक लेन-देन की सीमा निर्धारित करने की अनुमति देता है के संदर्भ में। ग्राहक द्वारा सेट की गई सीमा डिजिटल चैनल्स की समेकित सीमा होगी जिसके अंतर्गत ग्राहक सावधि जमा को बंद या उस पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा ले सकता है।
ग्राहक शाखाओं अथवा आईबीएस/एमबीएस के माध्यम से सेफ्टी रिंग लिमिट सेट कर सकते।
आईबीएस: लागिन करें–> इमरजेंसी सेवाएं –> सेफ्टी रिंग (लिमिट राशि डाले) –> ओटीपी डाले, ट्रांजेक्शन पासवर्ड, और दो सिक्योरिटी सवालों के उत्तर दें।
एमबीएस (पीएनबी वन): लागिन करें–> सेफ्टी रिंग (लिमिट राशि डाले) –> टी पिन डालें –> ओटीपी डालें।
लिमिट का संशोधन: सेफ्टी रिंग लिमिट में आनलाइन संशोधन 24 घंटे के कूलिंग पीरियड के बाद प्रभावी होगा या इसे शाखा के माध्यम से तुरंत किया जा सकता है।
लिमिट का निरस्तीकरण: धोखाधड़ी करने वालों द्वारा अनाधिकृत रूप से आनलाइन निरस्तीकरण को रोकने के लिए, लिमिट को केवल शाखाओं के माध्यम से निरस्त किया जा सकेगा।
एक बार सेट कर लेने के बाद सेफ्टी रिंग यह सुनिश्चित करता है कि सावधि जमा को बंद, विदड्रॉल या ऋणों (ओवरड्राफ्ट) के लिए किसी डिजिटल चैनल के जरिए ग्राहक द्वारा तय लिमिट से अधिक उपयोग नहीं किया जा सकेगा।