रोजगार मेले का उद्देश्य रोजगार सृजन को प्राथमिकता देना है—-नरेंद्र मोदी
रोज़गार मेले एसजेवीएन के 17 नव नियुक्त कर्मचारियों को वर्चुअली नियुक्ति पत्र जारी किए प्रधानमंत्री ने
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रिमोट बटन के माध्यम से रोज़गार मेले की तृतीय श्रृंखला के दौरान देश भर के विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों के 71,426 नव नियुक्त कर्मचारियों को वर्चुअली नियुक्ति पत्र जारी किए।
श्री शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि रोज़गार मेला – मिशन मोड भर्ती अभियान के तहत, एसजेवीएन ने 31 जुलाई 2023 से पहले 300 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती के लिए एक रोड मैप तैयार किया है। इसके अलावा, 500 से अधिक अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं की भर्ती भी इस वर्ष के दौरान प्रकियाधीन है ।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने रिमोट बटन के माध्यम से रोज़गार मेले की तृतीय श्रृंखला के दौरान देश भर के विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों के 71,426 नव नियुक्त कर्मचारियों को वर्चुअली नियुक्ति पत्र जारी किए।
श्री शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने अवगत करवाया कि रोज़गार मेला – मिशन मोड भर्ती अभियान के तहत, एसजेवीएन ने 31 जुलाई 2023 से पहले 300 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती के लिए एक रोड मैप तैयार किया है। इसके अलावा, 500 से अधिक अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं की भर्ती भी इस वर्ष के दौरान प्रकियाधीन है ।
सीएमडी नन्द लाल शर्मा ने आगे कहा कि एसजेवीएन युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की इस निरंतर प्रतिबद्धता का एक गौरवपूर्ण हिस्सा है। इस दिशा में, आज एसजेवीएन में विभिन्न विधाओं के फील्ड अधिकारियों तथा कनिष्ठ फील्ड अधिकारियों और इंजीनियरों के पद के लिए प्रधानमंत्री द्वारा रोज़गार मेले के दौरान वर्चुअली 17 जॉब नियुक्ति पत्र जारी किए गए। इससे पहले वर्ष 2022 में, एसजेवीएन ने निश्चित कार्यकाल के आधार पर 276 कार्यपालकों, पर्यवेक्षकों और कामगारों एवं 500 से अधिक अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं को नियुक्त किया गया । साथ ही, जिन क्षेत्रों में कंपनी की परियोजनाएं निष्पादित की जा रही हैं, वहां के लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए, एसजेवीएन ने संबंधित परियोजनाओं के ग्रुप ग और घ श्रेणी के पदों की भर्ती के लिए परियोजना संबद्ध परिवारों/परियोजना संबद्ध क्षेत्र के लोगों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा कि रोजगार मेले का उद्देश्य रोजगार सृजन को प्राथमिकता देना है और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करना है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि साल 2023 का पहला रोजगार मेला है। 2023 की शुरुआत उज्ज्वल भविष्य की नई उम्मीदों के साथ हुई है। ये उन 71 हजार परिवारों के लिए खुशियों की नई सौगात लेकर आया है, जिनके सदस्य को सरकारी सेवा करने का अवसर मिला है। सभी युवाओं और उनके परिवारों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि आज का ये आयोजन सिर्फ सफल उम्मीदवारों में ही नहीं बल्कि करोड़ों परिवारों में आशा की नई किरण का संचार करेगा। आने वाले दिनों में लाखों और परिवारों को सरकारी नौकरी में नियुक्ति मिलने वाली है।
केंद्र सरकार के साथ ही एनडीए और भाजपा शासित राज्यों में भी लगातार रोजगार मेले का सिलसिला चल रहा है, आयोजन किया जा रहा है। कल ही, असम सरकार ने रोजगार मेले का आयोजन किया था। मुझे बताया गया है कि आने वाले कुछ ही समय में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे अनेक राज्यों में रोजगार मेले होने वाले हैं। निरंतर हो रहे ये रोजगार मेले अब हमारी सरकार की पहचान बन गए हैं।
ये दिखाता है कि किस तरह हमारी सरकार जो संकल्प लेती है, उसे सिद्ध करके दिखाती है। आपको याद होगा, पिछले साल धनतेरस के पावन अवसर पर पहले रोजगार मेले का आयोजन हुआ था।
आज, मुझे रोजगार मेले में सरकारी सेवा पाने वाले कुछ युवा साथियों से बातचीत करने का भी मौका मिला। उनके चेहरे पर खुशी और संतोष का भाव साफ दिख रहा है। उनमें से ज्यादातर बहुत ही सामान्य परिवार के सदस्य हैं। और उनमें कई ऐसे युवा हैं, जो पूरे परिवार में, पिछली पांच पीढ़ी में सरकारी सेवा, सरकारी नौकरी पाने वाले परिवार के पहले सदस्य हैं। उन्हें खुशी सिर्फ इस बात की नहीं है कि उन्हें सरकारी सेवा करने का, सरकारी नौकरी करने का मौका मिला है। उन्हें इस बात का भी संतोष है कि पारदर्शी और स्पष्ट भर्ती प्रक्रिया होने की वजह से उनकी योग्यता का सम्मान हुआ है।
आप सबने भी इस बात को महसूस किया होगा कि भर्ती प्रक्रिया में व्यापक बदलाव हुआ है। केंद्रीय सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया पहले की तुलना में ज्यादा streamlined और time bound हुई है।
इससे पहले, रोज़गार मेले की प्रथम एवं द्वीतीय श्रृंखला के दौरान, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नवनियुक्त सरकारी भर्तियों को वर्चुअली 75,000 और 71,000 नियुक्ति पत्रों का वितरण किया था । नव नियुक्त कर्मचारियों को कार्यालय की कार्य संस्कृति के अनुकूल बनाने और उनके ज्ञान, कौशल एवं दक्षताओं के संवर्धन के लिए, एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल को भी रोज़गार मेले की द्वीतीय श्रृंखला के दौरान लॉन्च किया गया है। इसमें आचार-संहिता, कार्यस्थल-नैतिकता और सत्यनिष्ठा, मानव संसाधन नीतियों और अन्य संलाभों की जानकारी भी शामिल है और यह नव नियुक्त कर्मचारियों के लिए बहुत ही लाभप्रद सिद्ध हो रहा है।
सीएमडी नन्द लाल शर्मा ने आगे कहा कि एसजेवीएन युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने की इस निरंतर प्रतिबद्धता का एक गौरवपूर्ण हिस्सा है। इस दिशा में, आज एसजेवीएन में विभिन्न विधाओं के फील्ड अधिकारियों तथा कनिष्ठ फील्ड अधिकारियों और इंजीनियरों के पद के लिए प्रधानमंत्री द्वारा रोज़गार मेले के दौरान वर्चुअली 17 जॉब नियुक्ति पत्र जारी किए गए। इससे पहले वर्ष 2022 में, एसजेवीएन ने निश्चित कार्यकाल के आधार पर 276 कार्यपालकों, पर्यवेक्षकों और कामगारों एवं 500 से अधिक अप्रेंटिस प्रशिक्षुओं को नियुक्त किया गया । साथ ही, जिन क्षेत्रों में कंपनी की परियोजनाएं निष्पादित की जा रही हैं, वहां के लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए, एसजेवीएन ने संबंधित परियोजनाओं के ग्रुप ग और घ श्रेणी के पदों की भर्ती के लिए परियोजना संबद्ध परिवारों/परियोजना संबद्ध क्षेत्र के लोगों के लिए 25 प्रतिशत आरक्षण रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समारोह के दौरान अपने संबोधन में कहा कि रोजगार मेले का उद्देश्य रोजगार सृजन को प्राथमिकता देना है और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करना है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि साल 2023 का पहला रोजगार मेला है। 2023 की शुरुआत उज्ज्वल भविष्य की नई उम्मीदों के साथ हुई है। ये उन 71 हजार परिवारों के लिए खुशियों की नई सौगात लेकर आया है, जिनके सदस्य को सरकारी सेवा करने का अवसर मिला है। सभी युवाओं और उनके परिवारों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
उन्होंने कहा कि आज का ये आयोजन सिर्फ सफल उम्मीदवारों में ही नहीं बल्कि करोड़ों परिवारों में आशा की नई किरण का संचार करेगा। आने वाले दिनों में लाखों और परिवारों को सरकारी नौकरी में नियुक्ति मिलने वाली है।
केंद्र सरकार के साथ ही एनडीए और भाजपा शासित राज्यों में भी लगातार रोजगार मेले का सिलसिला चल रहा है, आयोजन किया जा रहा है। कल ही, असम सरकार ने रोजगार मेले का आयोजन किया था। मुझे बताया गया है कि आने वाले कुछ ही समय में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे अनेक राज्यों में रोजगार मेले होने वाले हैं। निरंतर हो रहे ये रोजगार मेले अब हमारी सरकार की पहचान बन गए हैं।
ये दिखाता है कि किस तरह हमारी सरकार जो संकल्प लेती है, उसे सिद्ध करके दिखाती है। आपको याद होगा, पिछले साल धनतेरस के पावन अवसर पर पहले रोजगार मेले का आयोजन हुआ था।
आज, मुझे रोजगार मेले में सरकारी सेवा पाने वाले कुछ युवा साथियों से बातचीत करने का भी मौका मिला। उनके चेहरे पर खुशी और संतोष का भाव साफ दिख रहा है। उनमें से ज्यादातर बहुत ही सामान्य परिवार के सदस्य हैं। और उनमें कई ऐसे युवा हैं, जो पूरे परिवार में, पिछली पांच पीढ़ी में सरकारी सेवा, सरकारी नौकरी पाने वाले परिवार के पहले सदस्य हैं। उन्हें खुशी सिर्फ इस बात की नहीं है कि उन्हें सरकारी सेवा करने का, सरकारी नौकरी करने का मौका मिला है। उन्हें इस बात का भी संतोष है कि पारदर्शी और स्पष्ट भर्ती प्रक्रिया होने की वजह से उनकी योग्यता का सम्मान हुआ है।
आप सबने भी इस बात को महसूस किया होगा कि भर्ती प्रक्रिया में व्यापक बदलाव हुआ है। केंद्रीय सेवाओं में भर्ती प्रक्रिया पहले की तुलना में ज्यादा streamlined और time bound हुई है।
इससे पहले, रोज़गार मेले की प्रथम एवं द्वीतीय श्रृंखला के दौरान, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नवनियुक्त सरकारी भर्तियों को वर्चुअली 75,000 और 71,000 नियुक्ति पत्रों का वितरण किया था । नव नियुक्त कर्मचारियों को कार्यालय की कार्य संस्कृति के अनुकूल बनाने और उनके ज्ञान, कौशल एवं दक्षताओं के संवर्धन के लिए, एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल को भी रोज़गार मेले की द्वीतीय श्रृंखला के दौरान लॉन्च किया गया है। इसमें आचार-संहिता, कार्यस्थल-नैतिकता और सत्यनिष्ठा, मानव संसाधन नीतियों और अन्य संलाभों की जानकारी भी शामिल है और यह नव नियुक्त कर्मचारियों के लिए बहुत ही लाभप्रद सिद्ध हो रहा है।