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 शाबाश एएचटीयू और समाज सेवी इंदु नौटियाल  — खोई हुई ज़िंदगी से घर वापसी तक का सफर

एएचटीयू टीम और समाजसेवी के प्रयासों से मिली जीवन को नई किरण

— मानसिक स्थिति डगमगाने से कई सालों तक जीवन के अंधेरों में भटकती रही महिला

राजेन्द्र शिवाली

कोटद्वार। बाबर क्षेत्र के हल्दुखाता-कलालघाटी निवासी सावित्री जीवन के अंधेरों में भटक रही थी। लगभग एक वर्ष पूर्व उनके जीवन में एक दु:खद हादसा हुआ। इस हादसे में उन्होंने अपने पति और बेटे दोनों को खो दिया। इस गहरे सदमे ने उनके मानसिक संतुलन को डगमगा दिया और उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ गई। वह सड़कों पर भटकते हुए बेखबर रहने लगी। सावित्री की बूढ़ी मां ने अपनी बेटी की इस हालत को देखकर एएचटीयू कोटद्वार को प्रार्थना पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई। यहीं से सावित्री के जीवन के नये मोड़ की शुरुआत हुई

एएचटीयू टीम कोटद्वार व समाजसेवी इंदु नौटियाल द्वारा सावित्री को एक वर्ष पूर्व रेस्क्यू कर करुणाधाम आश्रम कोटद्वार में भर्ती कराया गया। करुणाधाम में उनका इलाज शुरू हुआ और उनकी अच्छे से देखभाल की गई। धीरे-धीरे सावित्री की मानसिक स्थिति में सुधार हुआ और उनका व्यवहार भी बदलने लगा। आज जब करुणाधाम की प्रबंधक ने पुष्टि कर बताया कि सावित्री पूरी तरह से ठीक हो चुकी हैं और वह अब अपने घर जाना चाहती है।‌

इस पर एएचटीयू कोटद्वार टीम द्वारा आज सकुशल सावित्री को उनकी मां के सुपुर्द कर दिया गया। सावित्री के घर लौटने से उनकी मां की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। उन्होंने एएचटीयू कोटद्वार पुलिस टीम व समाजसेवी इंदु नौटियाल का दिल से आभार व्यक्त किया।

 

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