दिल्लीराष्ट्रीय

बेटी बचाओ न्याय दिलाओ अभियान के तहत 

महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के विषय पर शांतिपूर्ण मौन मार्च

 

 

दिल्ली।हाल ही में कोलकाता में हुए दुखद घटना पर रोष व्यक्त करते हुए, एक सामाजिक संस्था शोषण उन्मूलन परिषद द्वारा संचालित नानक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट ने आज ‘बेटी बचाओ न्याय दिलाओ’ मिशन के तहत महिलाओं के खिलाफ हिंसा रोकें अभियान की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य समाज मे जागरूकता बढ़ाना, शिक्षा देना, और समुदाय को महिलाओं के खिलाफ होने वाली सभी प्रकार की हिंसा के खिलाफ खड़ा करना है।

जिसके लिए आज 24 अगस्त 2024 को, नानक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के चेयरमैन श्री एस. के. सिंह के नेतृत्त्व मे एक शांतिपूर्ण मौन मार्च निकाला गया जोकी इंस्टिट्यूट के कार्यालय से आरंभ होकर राम नगर, मंडोली रोड ट्रांसफार्मर वाली गली तक रहा।

शांतिपूर्ण मार्च का मुख्य उद्देश्य समाज में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा के प्रति जागरूकता फैलाना और बेटियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना और उन्हें जल्दी से जल्दी न्याय दिलवाना रहा।

 

शांतिपूर्ण मार्च में सुनीता शर्मा, सचिव-शोषण उन्मूलन परिषद, नानक ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के छात्रों, कर्मचारियो ज्योति जैन-सुपरवाइज़र, मुकेश कुमार, रंजीतकौर, हीना कौशिक, मोहम्मद शाद, दिव्या आदि ने सक्रिय रूप से भागीदारी की। प्रतिभागियों ने प्लेकार्ड, बैनर, और पोस्टर के माध्यम से शांति और न्याय का संदेश दिया, जिसमें महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा की मांग की गई।

कार्यक्रम का आयोजन संस्थान की एडमिन ऑफिसर श्रीमती गीता की देख-रेख में किया गया। जिसमें स्थानीय जनता और अतिथियों में राज कुमार-जनसंपर्क अधिकारी, विक्रम सिंह प्रधान, भूदेव शर्मा, एडवोकेट मनोज लोहिया, जोशीला टाइम्स के सम्पादक योगेश कौशिक, कंचन वार्ष्णेय, अखिल वार्ष्णेय, रोहित शर्मा, राजेंद्र कुमार सैनी, पंडित राधा कृष्ण, रमेश वर्मा, हरि शंकर आदि अतिथियों ने अपनी-अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई व उत्साहपूर्वक भाग लिया। ।

श्री एस. के. सिंह चेयरमैन ने बेटी बचाओ न्याय दिलाओ के अभियान पर कहा की, “बेटियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। इस मौन मार्च के माध्यम से हम समाज को यह संदेश देना चाहते हैं कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

शांतिपूर्ण मार्च के अंत में कोलकाता रेप पीड़िता को श्रद्धांजलि भी दी गई, जिससे इस जघन्य अपराध के खिलाफ गहरा शोक और विरोध व्यक्त किया गया। सभी अतिथियों व अधिकारीयो ने मिलकर शांति और एकता का संदेश दिया और महिलाओं की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा और हिंसा के खिलाफ संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।

 

आहवान

नानक प्रशिक्षण संस्थान समाज के सभी वर्गों से अपील करता है कि वे इस आंदोलन में शामिल रहकर, संदेश फैलाएं और महिलाओं के खिलाफ हिंसा को समाप्त करने के लिए सक्रिय कदम उठाएं। मिलकर, हम एक ऐसा समाज बना सकते हैं जहाँ हर महिला सुरक्षित, सम्मानित और स्वतंत्र महसूस करे।

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