प्रवर्तन निदेशालय ने मनाया 69वां स्थापना दिवस: वित्तीय अपराधों के विरुद्ध ईडी की सशक्त उपस्थिति
Amar sandesh नई दिल्ली।केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने आज नई दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के 69वें स्थापना दिवस समारोह की अध्यक्षता की। इस अवसर पर मंच पर अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एस.वी. राजू, ईडी निदेशक राहुल नवीन, विशेष निदेशक सुभाष अग्रवाल और प्रशांत कुमार, तथा वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव नवल किशोर राम भी उपस्थित रहे।
समारोह में ईडी के पूर्व निदेशकगण, विभिन्न जांच एजेंसियों के प्रमुख, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारीगण और भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
अपने संबोधन में पंकज चौधरी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के विजन में आर्थिक अपराधों पर कठोर नियंत्रण आवश्यक है। प्रवर्तन निदेशालय इस दिशा में एक मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है।” उन्होंने बदलती आर्थिक जटिलताओं के बीच ईडी की भूमिका को और अधिक अहम बताया।
ईडी निदेशक राहुल नवीन ने 2014 से 2024 तक की प्रवर्तन गतिविधियों में वृद्धि का उल्लेख करते हुए बताया कि इस अवधि में 5,113 नई पीएमएलए जांच शुरू की गईं और वित्त वर्ष 2024-25 में यह संख्या 775 तक पहुंच गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान 333 अभियोजन शिकायतें दर्ज की गईं तथा 34 मामलों में दोषसिद्धि हुई।
ईडी ने वित्त वर्ष 2024-25 में 30,036 करोड़ रुपये की 461 संपत्तियों की अनंतिम कुर्की की, जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में 44% की वृद्धि दर्ज की गई। अब तक कुल 1,54,594 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां कुर्क की जा चुकी हैं। साथ ही, 15,261 करोड़ रुपये की राशि की प्रतिपूर्ति भी हुई है।
अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल श्री एस.वी. राजू ने मनी लॉन्ड्रिंग में क्रिप्टोकरेंसी और हवाला जैसे नए तरीकों पर चिंता जताई और ईडी अधिकारियों से सतर्क रहने का आग्रह किया।
इस अवसर पर श्री पंकज चौधरी ने वित्त वर्ष 2024-25 की ईडी की वार्षिक रिपोर्ट का विमोचन भी किया।
ईडी की वार्षिक रिपोर्ट देखने के लिए यहां क्लिक करे
समारोह में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए ईडी के अधिकारियों को विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
राष्ट्रपति पदक: श्री अभिषेक गोयल (पूर्व विशेष निदेशक)
श्रेणी I: दीर्घकालीन सेवा के लिए 2 अधिकार
श्रेणी II: असाधारण खुफिया जानकारी व सफल कार्रवाई के लिए 15 अधिकारी
श्रेणी III: अद्वितीय वीरता व साहस के लिए 3 क्षेत्रीय कार्यालयों को मान्यता
विशेष रूप से, जालंधर, हैदराबाद और गुरुग्राम अंचल कार्यालयों ने दोषसिद्धि, अभियोजन तथा उच्च मूल्य की कुर्कियों में अग्रणी भूमिका निभाई।
यह समारोह न केवल ईडी की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि बदलते आर्थिक परिदृश्य में संस्था की चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारियों के प्रति प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।