नई दिल्ली। 20 जुलाई को विगत बाइस वर्ष पूर्व प्रसिद्ध रंगकर्मी लक्ष्मी रावत द्वारा गठित प्रज्ञा आर्ट थिएटर ग्रुप द्वारा स्त्री शक्ति व बुरांश नामक सामाजिक संस्थाओं के सानिध्य में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया सभागार में आयोजित अखिल भारतीय भवानी दत्त थपलियाल नाट्य लेखन प्रतियोगिता- 2025 के विजेताओं की घोषणा गठित तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल सदस्यों तथा उत्तराखंड की दिल्ली प्रवास में गठित प्रमुख प्रवासी सांस्कृतिक संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारियों व प्रबुद्ध जनों की प्रभावी उपस्थिति में घोषित किए गए तथा प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर चयनित उत्कृष्ट नाटकों के रचनाकारों को सम्मानित किया गया। साथ ही आगामी महीनों में उक्त संस्था द्वारा आयोजित किए जा रहे प्रथम मोहन उप्रेती नाट्य उत्सव -2025 के आयोजन पर मंचित किए जा रहे उत्तराखंड के उत्कृष्ट नाटकों के उत्सव हेतु एक लोगो का लोकार्पण भी किया गया।
आयोजित आयोजन के इस अवसर पर प्रज्ञा आर्ट थिएटर ग्रुप महासचिव जगमोहन सिंह रावत तथा संस्था संस्थापिका लक्ष्मी रावत द्वारा संस्था गठन के उद्देश्यों, विगत बाइस वर्षो में आयोजित किए गए क्रियाकलापो तथा उत्तराखंड रंगमंच के उत्थान हेतु भविष्य के क्रियाकलापों पर सारगर्भित प्रकाश डाला गया। साथ ही अखिल भारतीय भवानी दत्त थपलियाल नाट्य लेखन प्रतियोगिता के मुख्य उद्देश्य पर प्रकाश डाल कर अवगत कराया गया, प्रज्ञा आर्ट की भविष्य की योजनाओं में उत्तराखंड रंगमंच को समर्पित एक पुस्तक की शुरुआत भी करने जा रहा है जिसमें चयनित नाटकों को स्थान दिया जाएगा।
आयोजन आयोजक संस्था पदाधिकारियों द्वारा मदन मोहन सती मीडिया कॉर्डिनेटर मुख्यमंत्री उत्तराखंड, आंचलिक फिल्म निर्माता संजय जोशी, पहली आंचलिक फिल्म निर्देशिका सुशीला रावत के साथ-साथ चयनित नाटकों के जूरी सदस्यों वरिष्ठ पत्रकार सुनील नेगी, साहित्यकार रमेश चन्द्र घिल्डियाल व रंगकर्मी हेम पंत को स-सम्मान मंच पर विराजमान कर, दुपट्टा ओढ़ा उनका स्वागत अभिनन्दन कर आयोजन की गतिविधियों को आगे बढ़ाया गया। मंच पर विराजमान जूरी सदस्यों द्वारा शीर्ष तीन स्थानों पर चयनित किए गए नाटकों की खूबियों पर प्रकाश डाला गया।
जूरी सदस्यों द्वारा अवगत कराया गया, आमंत्रित नाट्य लेखन में कुल तेरह रचनाकारों के नाटकों की प्रविष्ठियां प्राप्त हुई थी। उनमें से तीन शीर्ष स्तर के नाटकों का चयन किया गया। कहा गया, आंचलिक बोली-भाषा के नाटकों को एक सुनियोजित दिशा देने व उनका डॉक्यूमेंशन करने का नजरिया प्रज्ञा आर्ट की एक बड़ी सोच है, जो सराहनीय पहल होगी।
स्व. श्री भवानी दत्त थपलियाल (सत्ती) उत्तराखंड के प्रथम नाटककार के सम्मान में स्थापित अखिल भारतीय भवानी दत्त थपलियाल नाट्य लेखन प्रतियोगिता- 2025 के शीर्ष तीन विजेताओं की घोषणा प्रज्ञा आर्ट से जुड़े पदाधिकारियों द्वारा बड़े मनोभाव से उक्त रचनाकारों के जीवन परिचय के साथ किया गया। डॉ. हरिसुमन बिष्ट द्वारा रचित नाटक ‘पुतले’ को प्रथम, जागेश्वरी प्रसाद जोशी द्वारा रचित नाटक ‘हाय रे सफर’ को दूसरा तथा डॉ. सतीश कालेश्वरी द्वारा रचित नाटक ‘मधु मंडाण’ को तृतीय स्थान पर चयनित किया गया। उक्त तीनों विजेता नाटककारों को दुपट्टा ओढ़ा कर, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र तथा नकद राशि प्रदान कर तालियों की गड़गड़ाहट के मध्य सम्मानित किया गया। सम्मान प्राप्त रचनाकारों द्वारा आप बीती को उजागर कर अपने रचनाकर्म पर सारगर्भित प्रेरणादाई प्रकाश डाला गया। आयोजकों व जूरी के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
आयोजन के इस अवसर पर मंचासीन संजय जोशी, मदन मोहन सती, समाजसेवी धीरेन्द्र प्रताप, आंचलिक फिल्म अभिनेता राकेश गौड़ तथा प्रज्ञा आर्ट से जुड़ी मीनाक्षी पोखरियाल द्वारा भी उत्तराखंड के रंगमंच व चलायमान सांस्कृतिक गतिविधियों पर विचार व्यक्त किए गए। रंगकर्मी, आंचलिक फिल्म अभिनेत्री व प्रज्ञा आर्ट से जुड़ी कुसुम चौहान द्वारा स्वयं रचित व प्रकाशित एक कविता का वाचन कर, सभी उपस्थित प्रबुद्ध जनों के प्रति आभार प्रकट कर आयोजन समाप्ति की घोषणा की गई।