कच्चे तेल को साफ करने की तकनीक के क्षेत्र में सबसे बड़ा निवेशः धर्मेन्द्र प्रधान
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में सउदी अरामको तथा एडनॉक ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में एकीकृत रिफाइनरी एंव पेट्रोरसायन परिसर को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए एक सहमति पत्र पर हस्ताखर किये। गौरतलब है कि यह परियोजना रत्नागिरी रिफाइनरी एंव पेट्रोरसायन लिमिटेड द्वारा क्रियान्वित की जायेगी।
उपर्युक्त एमओयू यानि साझेदारी सहमति पत्र सउदी अरामको के अध्यक्ष एंव मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमीन एच. नसीर तथा संयुक्त अरब अमीरात के राज्य मंत्री तथा एडनॉक ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुल्तान अहमद अली जबेर द्वारा संयुक्त रूप से हस्ताक्षरित किया गया। इस मौके पर भारत भ्रमण पर आये संयुक्त अरब अमीरात के विदेश एवं अंतरराष्टीय सहयोग मंत्री ‘ोख अब्दुलला बिन सुल्तान अल नहयान भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि सउदी अरामको ने विगत 11 अप्रेल 2018 को 16वें अंर्तराष्टीय उर्जा मंच के मंत्रिस्तरीय शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय कंसोर्टियम के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर करते हुए इस परियोजना से अपना जुड़ाव सुनिश्चित किया था।
इस रणनीतिक भागीदारी से विश्व भर में अपनी वाणिज्यिक मौजूदगी दर्ज कराने वाली इन तेल कम्पनियों की भारत की कम्पनियों के साथ कच्चा तेल आपूर्ति संसाधन प्रोद्योगिकी और अनुभव तथा विशेषज्ञता एकजुट होने की आशा जतायी गयी है। यह परियोजना भारतीय कंसोर्टियम तथा सउदी अरामको एवं एडनॉक के मध्य बराबर की संयुक्त अंशभागिता वाले उद्यम के रूप में स्थापित की जायेगी। गौरतलब है कि यह भारत के परिशोधन क्षेत्र में सबसे बड़ा एकल विदेशी निवेश है।