माता वैष्णो देवी यात्रा के लिए जारी एडवाइजरी: तीर्थयात्रियों के लिए विशेष सावधानी और जागरूकता के निर्देश
Amar sandeshजम्मू। भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालिया सैन्य तनाव और “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद भले ही सीजफायर लागू हो गया हो, लेकिन जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील और आतंकवाद-प्रभावित राज्य में विशेष सतर्कता जारी है। इस स्थिति को देखते हुए, जम्मू-कश्मीर स्थित प्रसिद्ध तीर्थस्थल माता वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार और प्रशासन ने नई एडवाइजरी और दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनका पालन करना प्रत्येक यात्री के लिए अत्यंत आवश्यक है।
. यात्रा की योजना बनाते समय आधिकारिक घोषणाओं पर ध्यान दें।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी और अपडेट्स को नियमित रूप से जांचें।
स्थिति सामान्य नहीं होने तक यात्रा स्थगित करना बेहतर।
हाल ही में जम्मू में सुरक्षा कारणों से ब्लैक आउट किया गया था और सुबह 5 बजे तक यात्रा रोक दी गई थी। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, लेकिन जब तक पूरी तरह सामान्य न हो, यात्रा को स्थगित करना ही सुरक्षित विकल्प है।
समूह में यात्रा करें, अकेले सफर से बचें।
यदि यात्रा अत्यंत आवश्यक हो, तो अकेले न जाएं, बल्कि समूह में यात्रा करें ताकि सुरक्षा और सहायता दोनों मिल सके।
. सुरक्षा बलों के निर्देशों का पालन करें।
यात्रा मार्ग और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ा दी गई है। सभी चेक पोस्ट और सर्च ऑपरेशन में सहयोग करें।
संदिग्ध गतिविधियों की सूचना दें।
कोई भी संदिग्ध वस्तु, व्यक्ति या गतिविधि नजर आए तो तुरंत स्थानीय पुलिस या सुरक्षाबलों को सूचना दें।
. सभी जांच प्रक्रियाओं में सहयोग करें।
पहचान पत्र साथ रखें और सुरक्षाबलों की ओर से की जा रही जांच में पूरा सहयोग करें।
. यातायात विकल्पों की जांच करें।यदि उड़ानें रद्द हैं या एयरपोर्ट बंद है, तो रेल या सड़क मार्ग का विकल्प चुनें। रेलवे और राज्य परिवहन की ओर से संचालित ट्रेन व बस सेवाओं की जानकारी यात्रा से पहले सुनिश्चित करें।
आपातकालीन नंबर अपने पास रखें।
यात्रा के दौरान स्थानीय पुलिस, एम्बुलेंस और श्राइन बोर्ड की हेल्पलाइन जैसे आपातकालीन नंबर जरूर साथ रखें।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है। मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए प्रशासन की ओर से जारी इन निर्देशों का पालन करके ही यात्रा की जाए। सुरक्षा, संयम और सतर्कता से ही इस पवित्र यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है।