राजकीय इंटर कॉलेज मयकोटी में संजय शर्मा दरमोड़ा का समारोहपूर्वक अभिनंदन
अमर संदेश। भारत के प्रख्ख्यात अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोड़ा का राजकीय इंटर कॉलेज मयकोटी में समारोहपूर्वक भव्य स्वागत व अभिनंदन किया गया। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग जिले के दरम्वाड़ी गॉव के निवासी संजय शर्मा दरमोड़ा वर्तमान में दिल्ली स्थित, देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने अधिवक्ता हैं।
राजकीय इण्टर कॉलेज मयकोटी के तत्वावधन में विद्यालय में श्री शर्मा के सम्मान में आयोजित अभिनंदन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि शिक्षा की सार्थकता तभी है, जब आप इस लायक हो जाते हैं, कि जहॉ से आप शिक्षित हुए हों वहीं एक दिन आप सम्मानित भी होते हैं, और आपकी उपलब्धियों पर आपके शिक्षकों को गर्व महसूस होता है।
अधिवक्ता संजय शर्मा ने समारोह में मौजूद विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधन के दौरान शिक्षा और कैरियर पर बनी फिल्म ‘थ्री इडियट के हवाले से कहा कि शिक्षा के लिए किसी भी तरह के तामझाम की नहीं बल्कि रुचि की आवश्यकता होती है। विद्यालय हमें अनुशासन से जीना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने का कोई पाठ्यक्रम नहीं होता है। श्री शर्मा ने कहा कि आप अपनी रुचि के अनुसार घर पर भी अध्ययन कर सकते हैं। उन्होंने उपरोक्त विद्यालय में अपने छात्रजीवन के दौर को याद करते हुए कहा कि उनके पास उनदिनों विद्यालय आने-जाने के लिए काफी साधारण कपड़े की युनीफॉर्म हुआ करती थी। अक्सर वह चप्पलों में ही स्कूल आया-जाया करते थे। अधिवक्ता संजय शर्मा ने कहा कि वे केवल हमारे देश में ही वकालत नहीं करते हैं बल्कि इंग्लैण्ड सहित अन्य बाहरी देशों में बतौर अधिवक्ता पेश होने के लिए मान्य हैं और इंग्लैण्ड की अदालतों में भी वे अनेक मुकदमे लड़ रहे हैं।
इस अवसर पर उन्होंने अपने पूर्व प्रधानाचार्य सहित अन्य गुरूजनों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करते हुए उपस्थित छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभाशीष दी तथा इस हेतु अपने गुरूजनों को पूर्ण सम्मान देने की अपेक्षा करते हुए उन्हें अपने भविष्य को सॅवारने के बाद अपने विद्यालय को सदा सहायता देने हेतु तत्पर रहने का सुझाव दिया। उन्होंने अपना संबोधन मातृभाषा में प्रस्तुत किया। श्री शर्मा ने विद्यालय के प्रधानाचार्य सहित सभी शिक्षकों, शिक्षिकाओं और उपस्थित अतिथियों, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों व स्थानीय गणमान्य नागरिकों का भी आभार व्यक्त किया।
इससे पूर्व दीप प्रज्ज्लित कर अभिनंदन समारोह का शुभारंभ किया गया और विद्यालय की छात्राओं ने, ‘उत्तराखण्ड भूमि शत्-शत् वंदन’ गीत प्रस्तुत किया।