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केन्द्रीय जांच व्यूरो के मुख्य सूचना अधिकारी नियुक्त हुए उत्तराखंड के रमेश चन्द जोशी

सी एम पपनैं

नई दिल्ली। उत्तराखंड जौनसार बाबर स्थित बणगांव, मैरावना के रीठाण परिवार से ताल्लुक रखने वाले सिविल सर्विस इग्जाम 1993 बैच के वरिष्ठ अधिकारी रमेश चन्द जोशी का चयन देश की सर्वोच्च एवं प्रतिष्ठित मुख्य जांच एजेन्सी, केन्द्रीय जांच व्यूरो (सीबीआई) के मुख्य सूचना अधिकारी (प्रवक्ता) के पद पर हुई है।

उक्त पद पर चयनित होने से पूर्व रमेश चन्द जोशी भारत सरकार के पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) मे अपर महानिदेशक के पद पर आसीन थे। उक्त पद पर रहते, पत्रकार कल्याण फ़ंड योजना का विस्तार एवं सरलीकरण तथा पत्रकारों के अक्रेडिटेशन की ऑनलाइन व्यवस्था विकसित करने मे आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

अवलोकन कर ज्ञात होता है, विलक्षण प्रतिभा के धनी रमेश चन्द जोशी का प्रारंभिक जीवन अभाव ग्रस्त रहा है। प्राथमिक शिक्षा अम्बाड़ी से हाईस्कूल 1982 में, बारहवी 1984 मे जीआईसी चकराता से तथा 1986 मे बीए डीएवी कॉलेज देहरादून से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होकर किया था। राजनीतिक विज्ञान मे एमए, बैंक मे नोकरी लग जाने के उपरांत किया था। 21वर्ष की आयु, 1987 की सिविल सेवा परीक्षा के पहले प्रयास मे परीक्षा उत्तीर्ण कर आपने बडी सफलता हासिल की थी।

पढ़ाई के साथ-साथ, संगीत, साहित्य, कृषि कार्यो, खेल तथा सामाजिक कार्यो में बचपन से ही रूचि रखने वाले रमेश चन्द जोशी द्वारा जौनसारी बोली-भाषा की समृद्धि व संरक्षण हेतु, जौनसारी शब्दकोश की रचना कर 2010 मे उसका प्रकाशन करवाया था। लुप्त हो रहे लोकगीतों (जोंगू) को पुनर्जीवित करने हेतु, एल्बम ‘सबासे’ के माध्यम से उसके प्रचार-प्रसार का बीड़ा उठाया। 1991 मे जौनसारी कविता व गीत लेखन मे कलम चलानी आरम्भ की, अब तक करीब 50 कविताओ व गीतो की रचना कर ख्याति अर्जित कर चुके हैं। जौनसार बावर की लोकसंस्कृति पर अनेको लेख लिखे हैं, जिनमे बुढी दीवाली, हमारी न्याय व्यवस्था, फूल पूजाई, रूमानी, जखोली, पाँयतो, आदि मुख्य हैं ।

आपके द्वारा उत्तराखंड विधान सभा चुनाव की भूमिका में प्रजातंत्र में सही मायने में, बहुमत की असल स्थिति विषय को लेखबद्ध किया गया है। ब्लॉग के द्वारा जौनसार बावर को सचित्र दिखाने की कोशिश की गई है, जिसे 2011 में ‘ब्लॉग आफ द मन्थ’ भी कहा गया। जौनसारी समाज के उत्थान हेतु जेबीटीडब्ल्यूएस के गठन में आपके द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह किया गया। उक्त ख्याति प्राप्त संस्था के आप प्रथम स्थापक अध्यक्ष रहे हैं।

2010 मे जौनसारी शब्दकोश प्रकाशित करने पर आपको ‘गढ़ बैराट सम्मान’ प्रदान किया गया था। 18 दिसंबर 2018 को देश की प्रतिष्ठित संस्था पीआरएसआई के देहरादून में आयोजित अधिवेशन के अवसर पर आपको उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा ‘उत्तराखंड गौरव सम्मान’ से नवाजा गया था।
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