प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊँचे रेलवे आर्च ब्रिज को राष्ट्र को समर्पित किया
“यह ब्रिज भारत की एकता, इच्छाशक्ति और इंजीनियरिंग कौशल का प्रतीक है” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
Amar chand दिल्ली/कश्मीर।आज देश के इंफ्रास्ट्रक्चर इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊँचे रेलवे आर्च ब्रिज का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया। यह अद्वितीय संरचना, न केवल भारत के इंजीनियरिंग सामर्थ्य की मिसाल है, बल्कि यह ‘नए भारत’ की बुलंद इच्छाशक्ति का भी प्रतीक है।
कश्मीर की वादियों में गूंजे भारत के विकास के स्वर
कटरा में आयोजित एक भव्य जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज का यह कार्यक्रम भारत की एकता और इच्छाशक्ति का विराट उत्सव है। माता वैष्णो देवी के आशीर्वाद से आज वादी-ए-कश्मीर भारत के रेल नेटवर्क से सशक्त रूप से जुड़ गई है।”
प्रधानमंत्री ने चिनाब ब्रिज को एफिल टॉवर से भी ऊँचा बताते हुए कहा कि यह संरचना पर्यटन की दृष्टि से भी एक नई पहचान बनने जा रही है। यह ब्रिज न केवल आवाजाही को आसान बनाएगा, बल्कि जम्मू-कश्मीर को विकास, रोजगार और पर्यटन के नए रास्तों से जोड़ेगा।
प्रमुख तथ्य: चिनाब रेलवे आर्च ब्रिज
ऊँचाई: समुद्र तल से 359 मीटर (एफिल टॉवर से भी अधिक)
लंबाई: लगभग 1315 मीटर
परियोजना लागत: ₹46,000 करोड़
स्थान: उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा
महत्व: कश्मीर को अखिल भारतीय रेल नेटवर्क से स्थायी रूप से जोड़ता है
एक साथ कई विकास कार्यों की सौगात
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने चिनाब ब्रिज और अंजी ब्रिज के साथ-साथ दो नई वंदे भारत ट्रेनों का भी शुभारंभ किया। साथ ही, जम्मू में एक नए मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास कर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं को भी नई दिशा दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रतिष्ठित चिनाब रेल पुल पर तिरंगा झंडा फहराने का उत्सव मनाते हुए इसे अपार राष्ट्रीय गर्व का क्षण बताते हुए इसे सबसे चुनौतीपूर्ण स्थानों पर अत्याधुनिक बुनियादी ढ़ांचे के निर्माण में भारत की बढ़ती क्षमता का साक्षी करार दिया।
एक एक्स पोस्ट में प्रधानमंत्री ने ये बात कही
यह अत्यंत गर्व की बात है कि यह पुल महत्वाकांक्षा के साथ क्रियान्वयन का मेल है,जो भारत के सबसे चुनौतीपूर्ण स्थानों पर अत्याधुनिक बुनियादी ढ़ांचा निर्माण की बढ़ती क्षमता को प्रदर्शित करता है।
उन्होंने कहा, “ये परियोजनाएं सिर्फ कंक्रीट और स्टील नहीं हैं, ये जम्मू-कश्मीर की नई पहचान और नई संभावना हैं। हमारी सरकार ने कठिन परिस्थितियों और भौगोलिक चुनौतियों के बावजूद इस परियोजना को पूरा कर दिखाया है।”
नई रफ्तार, नया विश्वास
रेल मंत्रालय की USBRL परियोजना के तहत चिनाब ब्रिज का निर्माण एक असाधारण इंजीनियरिंग उपलब्धि है। यह भारत के लिए न केवल एक प्रौद्योगिकीय गौरव है, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक नई शुरुआत का संकेत है।