प्रधानमंत्री ने ब्रह्मपुर–उधना अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
Amar sandesh नई दिल्ली/सूरत। आज भारत के रेल इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया जब माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा के ब्रह्मपुर और गुजरात के उधना को जोड़ने वाली अमृत भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह नया पीढ़ी का रेल परिचालन यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और सस्ती लंबी दूरी की यात्रा उपलब्ध कराएगा। जिस प्रकार वंदे भारत एक्सप्रेस ने मध्यम वर्ग के लिए रेल सफर को नया आयाम दिया, उसी तरह अमृत भारत एक्सप्रेस भी सुविधाओं के साथ किफायती किराए पर उपलब्ध होगी। इस रेल सेवा का किराया ₹495 (जनरल) और ₹795 (नॉन-एसी स्लीपर) तय किया गया है। यह रेलगाड़ी लगभग 1700 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए गुजरात, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और ओडिशा के 22 जिलों से होकर गुज़रेगी।
यह नई कड़ी न केवल गुजरात और ओडिशा के बीच व्यापार व उद्यमिता को गति देगी, बल्कि सूरत के टेक्सटाइल और डायमंड उद्योग से जुड़े उद्यमियों, युवाओं और व्यापारियों को नए अवसर प्रदान करेगी। साथ ही, ओडिशा स्थित माँ तारा तारिणी शक्तिपीठ जाने वाले श्रद्धालुओं को भी इससे सीधा लाभ मिलेगा।
इसी अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने सूरत और उधना रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास कार्यों की प्रगति का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि गुजरात के उधना, सूरत, बिलीमोरा और सचिन जैसे प्रमुख स्टेशनों को अगले 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। प्लेटफार्म और पिटलाइनों की क्षमता बढ़ाने पर विशेष बल दिया जा रहा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सूरत हाई-स्पीड रेल स्टेशन और ट्रैक कार्य की समीक्षा भी की। सूरत–बिलीमोरा खंड पर काम तेज़ी से जारी है। स्टेशन का सिविल वर्क पूरा हो चुका है और अब फिनिशिंग व यूटिलिटी कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहला टर्नआउट (महत्वपूर्ण ट्रैक जंक्शन) सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। नई तकनीक से बने रोलर बेयरिंग ट्रैक और कंपोज़िट स्लीपर उच्च गति पर भी सुरक्षा और टिकाऊपन सुनिश्चित करेंगे। ध्वनि और कंपन को कम करने के लिए डैम्पर्स लगाए जा रहे हैं।
रेल मंत्री ने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने पर सूरत से मुंबई की दूरी मात्र एक घंटे में पूरी होगी। स्टेशन पुनर्विकास और हाई-स्पीड रेल परियोजना के इन कार्यों से न केवल कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, बल्कि अहमदाबाद से मुंबई तक का पूरा मार्ग एक सशक्त आर्थिक कॉरिडोर बनकर भारत की प्रगति और विकास को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।