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भाजपा को मिला जनसमर्थन भारत के युवाओं की ‘युवा सोच’ का प्रकटीकरण है—–नरेंद्र मोदी

गुजरात में न सिर्फ फिर कमल खिलाया बल्कि कमाल का कमल खिलाया

अमर चंद्र दिल्ली। गुजरात में मिली बंपर जीत के बाद दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय पर जश्न मनाया गया. पीएम मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत बीजेपी के कई बड़े नेता इस जश्न में मौजूद रहे।.

गुजरात में जहां बीजेपी ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त करते हुए 156 सीटों पर परचम लहराया भाजपा मुख्यालय के खचाखच भरे प्रांगण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौजूद समर्थकों और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते
कहा कि जहां पर बीजेपी ने जीत हासिल नहीं की है वहां पर बीजेपी का वोट शेयर गिरा नहीं है. इसलिए, गुजरात और हिमाचल प्रदेश की जनता का हृदय से अभिनंदन है. इसके साथ ही उन्होंने उपचुनावों की चर्चा करते हुए कहा कि यूपी के रामपुर में बीजेपी ने जीत हासिल की है. तो वहीं, पीएम मोदी ने चुनाव आयोग का भी धन्यवाद किया और कहा कि एक भी पोलिंग पर रीपोलिंग करने की नौबत नहीं आई।. प्रधानमंत्री ने कहा भाजपा को मिला जनसमर्थन भारत के युवाओं की ‘युवा सोच’ का प्रकटीकरण है। भाजपा को मिला जनसमर्थन गरीब, शोषित, वंचित, आदिवासियों के सशक्तिकरण के लिए मिला समर्थन है। जेपी नड्डा के नेतृत्व में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जो परिश्रम किया है, उसकी खूशबू आज हम चारों तरफ अनुभव कर रहे हैं।जीत में जीत गुजरात की जीत

भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात में न सिर्फ फिर कमल खिलाया बल्कि कमाल का कमल खिलाया। गुजरात बनने के बाद भाजपा ने बांकी सभी दलों का रिकार्ड तोड़ते हुए अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। पार्टी ने 156 सीटों पर जीत हासिल कर रिकार्ड बनाया है। इतना ही नहीं बंगाल में लेफ्ट पार्टी 32 सालों तक लगातार सरकार में रही और भाजपा इसकी बराबरी करने के लिए बढ़ गई है। अगले पांच साल तक सरकार चलाने के बाद भाजपा लेफ्ट पार्टी के 32 साल के रिकार्ड की बराबरी कर लेगी।

गुजरात की यह जीत सिर्फ इसलिए महत्वपूर्ण नहीं है कि भाजपा के लिए यह ऐतिहासिक जीत है बल्कि अगले साल जिन 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं वहां इस चुनाव का असर पड़ेगा। खासकर छत्तीसगढ़, राजस्थान, त्रिपुरा और कर्नाटक चुनाव में भाजपा को इस जीत से बड़ा संबल मिलेगा। इन राज्यों में कर्नाटक, त्रिपुरा और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। जबकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता है। इस जीत से इन राज्यों में भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ेगा।

हालांकि ये चुनाव नतीजे ऐसे हैं जो कुछ नेताओं के राजनीतिक भविष्य की दशा-दिशा भी तय कर सकते हैं। खासकर हिमाचल में पार्टी को मिली हार के बाद नेतृत्व परिवर्तन की संभावना प्रबल हो गई है। गुजरात में भाजपा ने एक साल पहले न सिर्फ नेतृत्व (सीएम) बदला बल्कि पूरा मंत्री मंडल ही बदल दिया था। पार्टी का यह फैसला इतना सटीक बैठा कि, पार्टी यहां सबसे बड़ी जीत हासिल करने में सफल रही। इसके उलट पार्टी ने हिमाचल में नेतृत्व नहीं बदला और वहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। इससे पहले उत्तराखंड में भी पार्टी ने अपना सीएम बदला और पार्टी वहां जीतने में सफल रही।

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