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चित्रकार एवं कवि रुपचंद को माँ भारती कवितापाठ प्रतिभागी सम्मान से सम्मानित किया गया।

दिल्ली। द एन.चंद्रा मैजिकमैन फेसबुक एवं यूट्यूब पटल पर लगातार 15 दिन- रात, 29 देशों  के साहित्यकारों, 500 से ज्यादा कवियों द्वारा बिना रूके मां भारती कविता महायज्ञ  काव्य पाठ में जानेमाने चित्रकार एवं हाइकुकार रूपचन्द को प्रतिभागी के तौर पर मंगलवार को कौशाबीं स्थित होटल राजपथ रीजेन्सी मे एक भव्य सम्मान समारोह में प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया !

  प्रख्यात साहित्यकार डॉ. हरीश नवल की अध्यक्षता एवं मैजिक मैन एन चन्द्रा जोशी एवं इनकी टीम के अथक प्रयत्नो की वजह से लन्दन में वर्ल्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड्स में विश्व कीर्तिमान की स्थापना हुई । इस अवसर पर साहित्य जगत की कई नामचीन हस्तियाँ मौजूद रहीं । प्रख्यात चित्रकार एवं कवि रुपचंद को भी इस मौके पर माँ भारती कवितापाठ प्रतिभागी सम्मान से सम्मानित किया गया। दि आर्ट ऑफ गिविंग फॉउंडेशन ट्रस्ट दिल्ली के अध्यक्ष दयानंद वत्स ने श्री रुपचंद और मैजिकमैन एन. चंद्रा जोशी को इस उपलब्धि पर अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंद्रह दिनों तक निर्बाध चले इस कविता पाठ का आयोजन सफलतापूर्वक करके विश्व रिकार्ड स्थापित करना सभी भारतीयों के लिए गर्व की बात है।

    राष्ट्रपति सम्मान प्राप्त रूपचन्द भारत के एक जानेमाने चित्रकार, कला शिक्षक एवं प्रबंध निदेशक हैं ‘रूपचन्द इन्स्टीट्यूट ऑफ़ फ़ाइन आर्ट अशोक विहार’ के। इनकी हाइकु में विशेषज्ञता है। कई राष्ट्रीय एवम् अन्तराष्ट्रीय आयोजनों में प्रतिभागिता कर चुके हैं । फ़ेसबुक पर इनका साहित्यिक पेज ‘चन्द हाइकु रूपचन्द के’ काफी चर्चित है। ‘हाइकु एक बोन्जाई’ नामक पुस्तक में देश विदेश के करीब 20 चुनिंदा हाइकुकारों की हाइकु कविताओं में रूपचन्द की हाइकु कविता भी शामिल हैं, जिसका लोकार्पण पिछ्ले दीनों अमेरिका में हुआ था। 

रूपचन्द के चित्रों की अनगिनत प्रदर्शनी देश विदेश में लग चुकी हैं। कई राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त कर चुके हैं जिसमें चित्रकला के क्षेत्र में वर्ष 2007 में भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल जी द्वारा सम्मान प्रमुख है । विश्व शान्ति विषय पर इनकी 65 फुट लम्बी बनाई ड्रॉइंग “विश्व हिन्दी साहित्य परिषद्” भारत के माध्यम से वर्ष 2017 में यूरोप के पांच देशों में प्रदर्शित की गई। वर्ष 2018 में इन्हे भारत सरकार द्वारा मारीशस भेजा गया जहाँ  11वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में इन्होने अन्य तीन साथी चित्रकारों संग मिलकर “विश्व हिन्दी एवं भारतीय संस्कृति” विषय पर 16 फूट लम्बी पैंटींग का निर्माण किया जिसका उद्घाटन भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जी ने किया था और उन्होने उस पैंटींग की बहुत सराहना भी की थी। गुलज़ार साहब की कविता एवं गानों पर इन्होने अपनी कई पैंटीग बनाई हैं जिसकी प्रदर्शनी का उदघाटन स्वम गुलज़ार साहब ने किया था। रूपचन्द की उपलब्धियों को भारत सहित विदेशी मीडिया ने भी प्रमुख स्थान देते हुए सराहा है।

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