पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है एनटीपीसी का
नई दिल्ली।जापान बैंक फोर इंटरनेशनल को-ओपरेशन (जेबीआईसी) के ग्रीन या ग्लोबल एक्शन फोर रिकन्साइलिंग इकोनॉमिक ग्रोथ एंड एन्वॉयरनमेंट संरक्षण पहल के तहत अपना पहला वित्तीय सहयोग हासिल करने के लिए एनटीपीसी लिमिटेड ने आज जापानी सरकार केवित्तीय संस्थान के साथ विदेशी मुद्रा ऋण समझौता किया।समझौते के तहत भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी को 50 अरब जापानी येन (लगभग 48.2 करोड़ डॉलर या 3,582 करोड़ रुपए) मिलेंगे। समझौते के तहत जेबीआईसी सुविधा राशि का 60% हिस्सा प्रदान करेगा और बाकी हिस्सा वाणिज्यिक बैंको (यानी,सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन, बैंक ऑफ योकोहामा लिमिटेड, द सैन-इन गोडो बैंक लिमिटेड, द जोयो बैंक लिमिटेड और द नांटो बैंक लिमिटेड) उपलब्ध कराएंगे। ये बैंक यह राशि जेबीआईसी की गारंटी के तहत प्रदान करेंगे।
यह सुविधा, परियोजनाओं के लिए जेबीआईसी के आउटरीच के तहत दी जा रही है, जिससे वैश्विक पर्यावरण का संरक्षण सुनिश्चित होता है। एनटीपीसी लिमिटेडऋण आय का इस्तेमाल अपने फ्लु गैस डिसल्फराइजेशन (एफजीडी) और अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं के पूंजीगत व्यय के वित्तपोषण के लिए करेगा। एनटीपीसी लिमिटेड विद्युत मंत्रालय के अधीनस्थ एक सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है। एफजीडी ताप विद्युत संयंत्रों के फ्लु गैसों में सल्फर ऑक्साइड के उत्सर्जन को काफी हद तक कम करता है और यह पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एनटीपीसी के निदेशक (वित्त) श्री अनिल कुमार गौतम और इंफ्रास्ट्रक्चर एंड एन्वायरमेंट फाइनेंस ग्रुप, जेबीआईसी के वैश्विक प्रमुख, प्रबंध कार्यकारी अधिकारी श्री तनीमोतो मासायुकी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिएऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए।