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राष्‍ट्रव्‍यापी ‘पर्यटन पर्व 2019’ का राजपथ, नई दिल्‍ली में शुभारंभ

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और सूचना व प्रसारण मंत्री  प्रकाश जावड़ेकर और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व इस्‍पात मंत्री  धर्मेन्‍द्र प्रधान ने आज नई दिल्‍ली में राष्‍ट्रव्‍यापी ‘पर्यटन पर्व 2019’ का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पर्यटन व संस्‍कृति राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)  प्रह्लाद सिंह पटेल, पर्यटन मंत्रालय में सचिव  योगेन्‍द्र त्रिपाठी और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे तथा अनेक वरिष्‍ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इस महोत्सव का शुभारंभ ढोल-नगाड़ों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच धूमधाम से किया गया। पर्यटन मंत्रालय द्वारा ‘पर्यटन पर्व 2019’ का आयोजन देश भर में 2 से 13 अक्‍टूबर, 2019 तक किया जाएगा। इस पर्व का दिल्‍ली में आयोजन रफी मार्ग और जनपथ के बीच राजपथ लॉन पर 2 से 6 अक्‍टूबर, 2019 तक किया जाएगा। इस अवसर पर श्री जावड़ेकर ने कहा कि भारत विविधताओं से परिपूर्ण है और भारत इसी की बदौलत शेष विश्‍व से अलग एवं अनूठा नजर आता है। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्‍व में पर्यटन क्षेत्र ने पिछले पांच वर्षों के दौरान उल्‍लेखनीय प्रगति की है। श्री जावड़ेकर ने कहा कि प्रधानमंत्री की अपील के अनुसार प्रत्‍येक व्‍यक्ति को वर्ष 2022 तक भारत के 15 स्‍थलों का भ्रमण करना चाहिए। उन्‍होंने देश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के संबंध में पर्यटन मंत्रालय के कामकाज की सराहना की।

धर्मेन्‍द्र प्रधान ने इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में पर्यटन की दृष्टि से हजारों आकर्षण हैं जो लगभग हर जिले में फैले हुए हैं। उन्‍होंने देशवासियों एवं विदेशी पर्यटकों से ग्रामीण इलाकों में भी जाने और पर्यटकों की कम आवाजाही वाले ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या धार्मिक महत्व के स्‍थानों या प्राकृतिक सुंदरता वाले स्थानों का भ्रमण करने को कहा। उन्‍होंने इस तरह के आयोजनों के साथ-साथ प्रोत्‍साहित करने वाले ऐसे प्रयासों के लिए पर्यटन मंत्रालय की सराहना की जिनकी बदौलत पिछले पांच वर्षों में विदेशी पर्यटकों की संख्‍या में डेढ़ गुना इजाफा हुआ है। उन्‍होंने कहा कि देश में पर्यटन बड़े पैमाने पर रोजगार अवसर मुहैया कराता है और राष्‍ट्रीय स्‍तर पर सकल घरेलू उत्‍पाद (जीडीपी) में उल्‍लेखनीय योगदान देता है। श्री प्रधान ने कहा कि इस तरह के महोत्‍सवों के आयोजन से आम आदमी को देश में सांस्‍कृतिक तथा अन्‍य तरह के आयोजनों का अनुभव होता है और इससे भी लोग आपस में जुड़ते हैं। इस अवसर पर प्रह्लाद सिंह पटेल ने पर्यटन पर्व का शुभारंभ किए जाने पर खुशी जताई जिसका आयोजन महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर हो रहा है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि देश की आत्मा को समझने के लिए राष्ट्रपिता ने पूरे देश का दौरा किया और हम पर्यटन के माध्यम से अपनी संस्कृति एवं लोगों के करीब आ सकते हैं। प्रधानमंत्री देश के ब्रांड एंबेसडर हैं और उनकी बदौलत पर्यटन क्षेत्र ने पिछले पांच वर्षों में उल्‍लेखनीय प्रगति की है। दरअसल भारत की वैश्विक पर्यटन रैंकिंग वर्ष 2013 की 65वीं से बेहतर होकर वर्ष 2019 में 34वीं हो गई है। श्री पटेल ने आश्‍वासन दिया कि जैसा कि प्रधानमंत्री ने बताया है, पर्यटकों की संख्‍या दोगुनी करने के लक्ष्‍य को वर्ष 2022 से काफी पहले ही हासिल कर लिया जाएगा।

श्री पटेल ने कहा कि सतत एवं स्‍वच्‍छ पर्यटन के संबंध में महात्‍मा गांधी की विचारधारा को ध्‍यान में रखते हुए एएसआई के विभिन्‍न संगठनों और पर्यटन मंत्रालय में एकल उपयोग वाले प्‍लास्टिक को चरणबद्ध ढंग से हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि एएसआई के संरक्षित स्‍मारकों के अंदर और इन स्‍मारकों के 100 मीटर के दायरे में एकल उपयोग वाले प्‍लास्टिक को अनुमति नहीं दी जाएगी। पर्यटन पर्व से जुड़े समारोह स्‍थल में केंद्र सरकार के मंत्रालयों के साथ-साथ राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 31 स्‍टॉल हैं। देश भर के व्‍यंजनों के स्‍वाद से अवगत कराने वाले 59 फूड स्‍टॉल भी लगाए गए हैं। पर्यटन पर्व के आयोजन का उद्देश्‍य ‘देखो अपना देश’ के संदेश का प्रचार-प्रसार करना है। इसका मुख्‍य लक्ष्‍य भारतीयों को देश के विभिन्‍न पर्यटन स्‍थलों का भ्रमण करने के साथ-साथ ‘सभी के लिए पर्यटन’ के संदेश का प्रचार-प्रसार करना है। महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के आउटरीच और संचार ब्यूरो द्वारा आयोजित एक मल्‍टी मीडिया प्रदर्शनी का भी उद्घाटन  प्रकाश जावड़ेकर, धर्मेन्‍द्र प्रधान एवं  प्रह्लाद सिंह पटेल ने किया।‘पर्यटन पर्व 2019’ महात्‍मा गांधी की 150वीं जयंती को समर्पित है। ‘पर्यटन पर्व’ के आयोजन का उद्देश्‍य पर्यटन के फायदों पर फोकस करना, देश की सांस्‍कृतिक विविधता को दर्शाना और ‘सभी के लिए पर्यटन’ के सिद्धांत को मजबूती प्रदान करना है।

पर्यटन पर्व के तीन घटक हैं :

देखो अपना देश : इसका उद्देश्‍य भारतीयों को अपने देश का भ्रमण करने के लिए प्रोत्‍साहित करना है। पर्यटन पर्व के आयोजन से पहले देश भर में अनेक गतिविधियां आयोजित की गई हैं जिनमें पर्यटन के आकर्षण एवं अनुभवों को कवर करने वाली फोटोग्राफी प्रतियोगिता, सोशल मीडिया पर प्रचार, पर्यटन से संबंधित प्रश्नोत्तरी, निबंध, वाद-विवाद और छात्रों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता शामिल हैं। इस आयोजन के लिए आम आदमी की सहभागिता को ‘माईगव’ प्‍लेटफॉर्म के जरिये बढ़ावा दिया जाएगा।

सभी के लिए पर्यटन : देश के सभी राज्‍यों में स्थित विभिन्‍न महत्‍वपूर्ण स्‍थलों पर पर्यटन संबंधी आयोजन किए जा रहे हैं। इन स्‍थलों पर आयोजित की जाने वाली गतिविधियों में संबंधित स्‍थलों (साइट) के भीतर एवं आसपास जगमगाती रोशनी की व्‍यवस्‍था करना, नृत्य, संगीत, रंगमंच, कथावाचन के कार्यक्रम, संबंधित स्‍थलों के आसपास हितधारकों के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम, पर्यटन प्रदर्शनियां, संस्कृति को दर्शाना, व्‍यंजन और हस्तशिल्प/हथकरघा, गाइडेट हेरिटेज वॉक इत्‍यादि शामिल हैं।

पर्यटन एवं गवर्नेंस : पर्यटन पर्व से जुड़ी गतिविधियों के तहत देश भर में विभिन्‍न विषयों (थीम) पर हितधारकों के साथ आपस में संवादात्‍मक सत्र एवं कार्यशालाएं आयोजित की गई हैं।

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