कोरोना महामारी को मात देने के लिए पावर ग्रिड में चलाया कोविड-19 वैक्सिंग अभियान
दिल्ली।विश्व के साथ-साथ हमारा देश भी इस समय कोरोन महामारी से जूझ रहा है, केंद्र सरकार राज्य सरकार एवं भारत सरकार के उपक्रम व सामाजिक संस्थाएं अपने अपने स्तर पर इस महामारी को मात देने में लगे हुए हैं। भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के अंतर्गत महारत्न कंपनी पॉवर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (पॉवरग्रिड) देशभर के अपने सभी कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को समयबद्ध ढंग से सहायता पहुंचाने के लिए कई पहल शुरू की है।
इस महामारी से लड़ाई और वायरस से बचाव में टीकाकरण सबसे महत्वपूर्ण हथियार है। इस क्रम में पॉवर ग्रिड भारत के सभी क्षेत्रों में स्थित अपने कार्यालयों, जिसमें गुरुग्राम स्थित कॉरपोरेट सेंटर, क्षेत्रीय मुख्यालय समेत सभी दफ्तरों और देश के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में स्थित सब स्टेशनों पर तैनात अपने सभी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के टीकाकरण हेतु टीकाकरण कैंप का आयोजन कर रहा है। कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों के टीकाकरण पर आने वाले खर्च का वहाँ कंपनी द्वारा किया जा रहा है। टीकाकरण शिविर का आयोजन दोनों आयु वर्ग के लोगों (18 से 45 वर्ष और 45 वर्ष से अधिक) के लोगों के लिए किया जा रहा है। जिसमें टीके की पहली खुराक और दूसरी खुराक लगाई जा रही है। कंपनी ने यह सुविधा अपने सेवानिवृत्त कर्मियों, संविदा कर्मियों और उनके परिवारों के लिए भी शुरू की है। इसके अलावा ऊर्जा मंत्रालय के कर्मचारियों तथा ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के कर्मचारियों के लिए भी टीकाकरण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। टीकाकरण अभियान को व्यापक समर्थन मिल रहा है।
पॉवरग्रिड, कोविड-19 संक्रमित कर्मचारियों और उनके परिजनों को भोजन उपलब्ध करा रहा है।इसी तरह की सेवा क्षेत्रीय मुख्यालयों और पॉवरग्रिड के अन्य कार्यालयों पर भी उपलब्ध कराई जा रही है।
पॉवरग्रिड ने गुरुग्राम के सेक्टर 46 में स्थित अपने आइसोलेशन केंद्र की क्षमता बढ़ा दी है जिसकी स्थापना महामारी के शुरुआती समय में वर्ष 2020 में की गई थी। मानेसर में एक नया आइसोलेशन केंद्र स्थापित किया गया है, जिसमें सेवानिवृत्त कर्मियों और उनके परिवारों के लिए सेवाएं उपलब्ध हैं। मानेसर के इस आइसोलेशन केंद्र में कुल 50 बिस्तरों की क्षमता है और उनके लिए अलग से बिस्तरों की उपलब्धता है जिन्हें क्वारंटीन होने की आवश्यकता है। आइसोलेशन केंद्र में रेजिडेंट डॉक्टर, नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इसके अलावा वरिष्ठ डॉक्टरों से ऑनलाइन परामर्श की भी सुविधा उपलब्ध है। इन केंद्रों पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और सिलेंडर्स तथा कोविड-19 के उपचार की आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। कंपनी ने पैथोलॉजी सर्विस प्रदाताओं के साथ भी संपर्क स्थापित किया है ताकि संक्रमित लोगों के उपचार में कोई देरी न हो। मरीजों को लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस सेवाओं को भी तैयार रखा गया है। आइसोलेशन केंद्रों में सारी व्यवस्थाएं की गई हैं और संक्रमित लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। ऐसी ही व्यवस्था पॉवरग्रिड के संपूर्ण भारत में स्थित सभी कार्यालयों में लागू की गई है।
सीएसआर दायित्व के अंतर्गत पॉवरग्रिड ने चंद्रपुर स्थित राजकीय चिकित्सा विद्यालय के दीन को 1,14,30,000 रुपए की लागत से 9 आईसीयू वेंटीलेटर प्रदान किए हैं। आईसीयू वेंटीलेटर का उपयोग जारी महामारी के दौरान मरीजों के उपचार में किया जा रहा है। इसके अलावा ओडिशा समेत देश के विभिन्न राज्यों में प्रशासन को मास्क और हैंड सैनिटाइजर भी वितरित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में ओडिशा के अंगुल ज़िले के एडीएम को कोविड-19 के संक्रमण को रोकने और बचाव हेतु 5000 मास्क और 500 बोतल हैंड सैनिटाइजर दिया गया। वर्तमान महामारी के बीच एंबुलेंस के महत्व को समझते हुए पॉवरग्रिड ने बड़ौदा नगर निगम को कोविड-19 संक्रमित मरीजों की देखभाल हेतु एक एंबुलेंस उपलब्ध कराई है।
कंपनी के मानव संसाधन विभाग ने दुर्भाग्य से महामारी से पीड़ित कर्मचारियों और उनके परिवारों की मदद के लिए एक समर्पित टीम का गठन किया है, जो कर्मचारियों और उनके परिवारों को अस्पताल में भर्ती होने, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता आदि में मदद के लिए 24×7 काम कर रही है। इन सेवाओं का विवरण एक केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से कर्मचारियों को उपलब्ध कराया जा रहा है। यह नंबर सभी क्षेत्रीय मुख्यालयों और अन्य कार्यालयों की आंतरिक वेब साइट पर उपलब्ध है।
कंपनी का कॉरपोरेट कम्युनिकेशन विभाग कंपनी के कर्मचारियों और आम जनता को कोविड-19 प्रोटोकॉल और इससे बचाव के लिए उपयुक्त व्यवहार के बारे में जागरूक करने के लिए लगातार कार्य कर रहा है। भारत सरकार द्वारा इस संबंध में शुरू गई पहल के बारे में भी लोगों को जागरूक करने हेतु रचनात्मक वीडियो, टेंपलेट और अन्य प्रेरक रचनाओं का उपयोग किया जा रहा है।