कोटद्वार की पहचान: सिद्धबली बाबा स्वीट्स – स्वाद, परंपरा और अपनत्व का संगम
Amar sandesh कोटद्वार।देवभूमि उत्तराखंड का प्रवेश द्वार कोटद्वार, जिसे कर्ण की नगरी भी कहा जाता है, अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता के साथ-साथ स्वादिष्ट मिठाइयों के लिए भी प्रसिद्ध है। शहर के देवी रोड चौक पर स्थित “सिद्धबली बाबा स्वीट्स” यहां आने वाले हर यात्री और स्थानीय निवासियों की पहली पसंद है।
इस प्रतिष्ठान की नींव रखी नरेश अग्रवाल ने, जो अपने मृदुभाषी और मिलनसार स्वभाव के कारण मिठाइयों जितने ही लोकप्रिय हैं। ग्राहक जब दुकान पर आते हैं, तो सिर्फ मिठाई ही नहीं खरीदते बल्कि नरेश जी की मधुर बातचीत का अनुभव भी अपने साथ लेकर जाते हैं।
दुकान की निचली मंज़िल पर तरह-तरह की मिठाइयाँ सजती हैंखासतौर पर उत्तराखंड की पारंपरिक और सुप्रसिद्ध बाल मिठाई और बकरी मिठाई। वहीं, ऊपरी मंज़िल पर बने रेस्टोरेंट में यात्रियों और ग्राहकों के लिए नाश्ता और भोजन की भी पूरी व्यवस्था रहती है।
यहां की मिठाइयाँ केवल कोटद्वार तक सीमित नहीं रहतीं, बल्कि लोग इन्हें अपने गाँवों में और यहां तक कि दिल्ली ले जाकर भी गढ़वाल की मिठास और परंपरा को साझा करते हैं।
नरेश अग्रवाल न केवल ग्राहकों के साथ बल्कि अपने कर्मचारियों के साथ भी बेहद आत्मीय और सम्मानजनक व्यवहार रखते हैं। यही कारण है कि सिद्धबली बाबा स्वीट्स आज सिर्फ एक दुकान नहीं, बल्कि मिठास और आत्मीयता का प्रतीक बन चुकखास बात यह है कि कोटद्वार में ही स्थित बाबा सिद्धबली हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है, और इसी पावन धाम के नाम पर इस दुकान का नाम “सिद्धबली स्वीट्स” रखा गया है।