सुहागरात बनी जिंदगी की आखिरी रात
जौनपुर में 75 साल के बुजुर्ग सगरू राम ने की दूसरी शादी, अगली सुबह मौत
वाराणसी/जौनपुर। जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर साथी की तलाश में 75 वर्षीय सगरू राम ने एक नई शुरुआत की, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था। मंदिर में शादी के चंद घंटे बाद ही उनकी सांसें थम गईं। सुहागरात उनकी जिंदगी की आखिरी रात साबित हुई।
गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुछमुछ गांव निवासी सगरू राम ने करीब 40 साल पहले बेलाव गांव की अनारी देवी से शादी की थी। दोनों के कोई संतान नहीं थी। एक साल पहले पत्नी की बीमारी से मौत हो गई। इसके बाद सगरू राम अकेलेपन में जीवन बिता रहे थे।
उधर, मनभावती (40) के पति का निधन सात साल पहले हो गया था। वह तीन बच्चों की मां है। इसी बीच सगरू राम और मनभावती के बीच मेलजोल बढ़ा और दोनों ने मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने का निर्णय लिया।गांव के मंदिर में जब दोनों ने सात फेरे लिए तो माहौल खुशी से गूंज उठा। वीडियो में सगरू राम स्वयं जयमाल के बाद ताली बजाते नजर आ रहे हैं। सिंदूर भरने की रस्म के दौरान जब लोग कहते हैं कि “सही से मांग भरो” तो वे काफी देर तक सिंदूर भरते हैं। पत्नी उनके चरण छूती है और वे आशीर्वाद देते हैं। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
शादी की रात मनभावती अपनी बेटी संग भीतर सो गई, जबकि सगरू राम दोनों बेटों के साथ बाहर सो गए। भोर में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। गर्दन टेढ़ी हो गई तो पड़ोसी उन्हें अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
गांव में इस अनोखी शादी और उसके अगले दिन हुई मौत की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। थानाध्यक्ष प्रवीण यादव ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है।