अंडमान सागर में ऊर्जा का नया सवेरा! प्राकृतिक गैस की ऐतिहासिक खोज
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने दी बड़ी जानकारी
Amar sandesh नई दिल्ली। – भारत की ऊर्जा संभावनाओं के इतिहास में आज एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ गया है। केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने आधिकारिक अकाउंट के माध्यम से बताया कि अंडमान सागर में श्री विजयपुरम-2 कुएं से प्राकृतिक गैस की ऐतिहासिक खोज हुई है। यह कुआं अंडमान द्वीपसमूह के पूर्वी तट से 9.20 नॉटिकल माइल (लगभग 17 किमी) दूर, 295 मीटर जल-गहराई और 2650 मीटर लक्ष्य गहराई पर खोदा गया है। प्रारंभिक उत्पादन परीक्षण में 2212 से 2250 मीटर की गहराई पर प्राकृतिक गैस की उपस्थिति दर्ज की गई, जिसमें अंतराल पर फ्लेयरिंग भी देखी गई।
गैस के नमूने जहाज़ द्वारा काकीनाडा लाए गए और परीक्षणों में यह तथ्य सामने आया कि गैस में 87% मीथेन मौजूद है। आने वाले महीनों में इस भंडार के आकार और वाणिज्यिक उपयोगिता की पुष्टि की जाएगी। इस खोज से यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि अंडमान बेसिन प्राकृतिक गैस से समृद्ध है, जो उत्तर में म्यांमार से लेकर दक्षिण में इंडोनेशिया तक फैले ऊर्जा-समृद्ध क्षेत्र की कड़ी है।
यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर घोषित डीपवाटर मिशन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। इस मिशन के अंतर्गत भारत के अपतटीय बेसिनों में बड़े पैमाने पर अन्वेषण कार्य चल रहे हैं। अंडमान सागर की यह खोज भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मजबूती प्रदान करेगी और वैश्विक ऊर्जा मानचित्र पर देश की स्थिति को और सुदृढ़ करेगी।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि यह खोज भारत के लिए न केवल ऊर्जा सुरक्षा का आधार बनेगी बल्कि अमृतकाल की यात्रा में आत्मनिर्भर और विकसित भारत के संकल्प को और सशक्त करेगी। भारत अब @petrobras, @bp_india, @Shell और @exxonmobil जैसी विश्वस्तरीय कंपनियों के साथ गहरे समुद्र में ऊर्जा अन्वेषण को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए तैयार है।