एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड में हिंदी पखवाड़ा और हिंदी दिवस समारोह का आयोजन
अपना काम हिंदी में करने से आत्मनिर्भरता की भावना पैदा होती है—–.के पी. महादेवास्वामी,
Amar sandesh दिल्ली।एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड में 14 सितंबर से 30 सितंबर 2025 तक हिंदी पखवाड़ा आयोजित किया गया, जिसका समापन 30 सितंबर को हिंदी दिवस समारोह के साथ हुआ। इस अवसर पर के.पी. महादेवास्वामी,अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अपने संबोधन में अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के.पी. महादेवास्वामी ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद 14 सितंबर 1949 को यह निर्णय लिया गया था कि हिंदी भारत की राजभाषा होगी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि एनबीसीसी के सभी कार्मिक राजभाषा हिंदी के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझते हुए आधिकारिक कार्य हिंदी में करते हैं और संविधान के इस महत्वपूर्ण निर्णय का अनुपालन करने के लिए कटिबद्ध हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हिंदी भाषा को तकनीकी दृष्टि से सुदृढ़ बनाने के लिए कंपनी में कंप्यूटर आधारित कार्य क्षमता को बढ़ावा दिया गया है ताकि सभी कार्मिक सरलता से अपना काम हिंदी में कर सकें। इससे न केवल आत्मनिर्भरता की भावना पैदा होती है बल्कि दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने कंपनी का मूल कार्य हिंदी में करने की अपील जारी कर सभी कार्मिकों का उत्साहवर्धन किया। समारोह में माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री का संदेश भी पढ़ा गया।
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष हिंदी संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें आमंत्रित वक्ता श्री प्रेम सिंह, संयुक्त निदेशक (सेवानिवृत्त), विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ‘राजभाषा में कार्य करने की प्रेरणा और राजभाषा नीति का कार्यान्वयन’ विषय पर व्याख्यान दिया। इसमें कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी की।
हिंदी पखवाड़े के दौरान हिंदी सामान्य ज्ञान, अनुवाद प्रतियोगिता और हिंदी आशुभाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिनमें सभी कार्मिकों और अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। समारोह में विजेताओं को अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने पुरस्कार प्रदान किए और उन्हें दैनिक कार्य हिंदी में करने के लिए प्रोत्साहित किया।
हिंदी दिवस समारोह में निदेशक (परियोजनाएं), निदेशक (वित्त) समेत कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।