श्री डॉडा नागराजा महोत्सव-2018 का भव्य आयोजन
आगामी 15 अप्रेल को उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल जनपद के कोट विकासखण्ड स्थित सिद्धपीठ श्री डॉडा नागराजा मंदिर में श्री डॉडा नागराजा महोत्सव-2018 का आयोजन किया जा रहा है। श्री डॉडा नागराजा मंदिर समिति के तत्वावधान में आयोजित हो रहे इस महोत्सव(भजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों) की ‘ाुरुआत सात वर्ष पूर्व, उत्तराखण्ड के लोकगायक मुकेश कठैत की पहल पर हुई। गौरतलब है कि इस सिद्धपीठ परिसर में सैकड़ों सालों से प्रतिवर्ष पंचॉग अनुसार अप्रेल माह की 14@15 तारीख को भव्य मेले के आयोजन की परंपरा रही है। मेले में हजारों श्रद्धालु एवं स्थानीय लोग शिरकत करते हैं। इस सिद्धपीठ में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा नागराजा के रूप में की जाती है। मेले की भव्यता को और अधिक बढ़ाने के लिए विगत सात साल पूर्व, इस मेले के दौरान भजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की परंपरा ‘ाुरू की गयी थी। गौरतलब है कि महोत्सव का आयोजन देवभूमि गंगा सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित किया जाता है।
देवभूमि उत्तराखण्ड में धार्मिक और सांस्कृतिक मेलों के आयोजनों की गौरवशाली परंपरा रही है। इसी परंपरा को समृ़द्ध करते हुए,कोट विकासखण्ड स्थित सिद्धपीठ श्री डॉडा नागराजा मंदिर समिति द्वारा पिछले वर्षों की भॉति श्री डॉडा नागराजा महोत्सव-2018 का आयोजन किया जा रहा है। मेले के दौरान देवभूमि गंगा सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित किये जा रहे महोत्सव में उत्तराखण्ड के लोक कलाकार भजन एवं गीत- संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।इस वर्ष भी श्री डॉडा नागराजा महोत्सव-2018 का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
देवभूमि में धार्मिक और सांस्कृतिक मेलों की गौरवशाली समृद्ध परंपरा रही है। इसी क्रम में कोट विकास खण्ड स्थित सिद्धपीठ श्री डॉडा नागराजा मंदिर परिसर में श्री डॉडा नागराजा मंदिर समिति द्वारा विगत वर्षो की भॉति श्री डॉडा नागराजा महोत्सव-2018 का आयोजन किया जा रहा है। महोत्सव में भजन एंव सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे। महोत्सव में उत्तराखण्ड के लोक संगीत के प्रख्यात जानकार व प्रसिद्ध गायक मुकेश कठैत, पूनम सती, मनीष लखेडा, शिवांगी घिल्डियाल द्वारा भजन एंव लोक गीत प्रस्तुत किये जायेंगे तथा नृत्य कलाकार अंकित भटट विशाल एवं मेधा तथा सुमन नेगी द्वारा राधा- कृष्ण एंव शिव-पार्वती के प्रसंगों को नृत्य नाटिका के माध्यम से पेश किया जायेगा।
पहाड़ की संस्कृति एवं मेलों को संरक्षण देने तथा इन्हें अधिक से अधिक लोंगो तक प्रचारित-प्रसारित करने के उदेश्य को दृष्टिगत रखते हुए उत्तराखण्ड की बोली-भाषा, संस्कृति एंव मेलों तथा रीति-रिवाजों को संरक्षित करने के लिए,लगभग एक दशक पूर्व ‘अमर संदेश’, समाचार पत्र द्वारा यह ‘ाुरूआत की गयी थी। इसी नजरिये से पिछले दिनों कोट महोत्सव में भी अमर संदेश समाचार पत्र की सक्रिय भूमिका रही।
समिति के अध्यक्ष ‘ाशि चमोली तथा महासचिव देवेन्द्र कुकरेती ने बताया कि मेले के दौरान जब से महोत्सव के आयोजन की ‘ाुरूआत हुई है, तब से मेले में जनता की भागीदारी में बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि मेले की औपचारिक ‘ाुरूआत निकटस्थ गॉव सिल्सू के देशवाल पुजारियों द्वारा पूजन-अर्चन से की जाती है। विगत वर्षो की तरह मेले के दौरान दिल्ली स्थित ज्योति दर्शनी ज्वैलर्स द्वारा मेलार्थियों के लिए विशाल भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है। मेले में वृक्षारोपण तथा स्वास्थ्य जॉच शिविर का भी आयोजन किया जा रहा है। समाज सेवी सुरेन्द्र ढ़ौंडियाल के सौजन्य से वृक्षा रोपण कार्यक्रम संपादित किया जायेगा वहीं दिल्ली स्थित दिल्ली पैरामेडिकल इंस्टीटयूट द्वारा स्वास्थ्य जॉच शिविर में लोंगो का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जयेगा।
महोत्सव के दौरान, क्षेत्रीय विद्यायक मुकेश कोहली, ब्लॉक प्रमुख सुनील लिगंवाल, समाज सेवी तथा पूर्व पौड़ी जिला पंचायत अध्यक्ष किशोरी नेगी, वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष दीप्ति रावत, सुभाष देशवाल, शिक्षाविद् सोहन कठैत, रवि रावत, राकेश ‘ार्मा, राकेश रावत, कल्जीखाल विकासखण्ड प्रमुख महेन्द्र राणा, नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम, ग्रामीण पत्रकार जगमोहन डॉगी आदि प्रतिष्ठित स्थानीय नागरिकों का सहयोग एंव उपस्थिति रहेगी। अमर संदेश परिवार ने अपील की है कि पहाड़ की भाषा-बोली एवं संस्कृति तथा मेलों और रीति-रिवाजों को संरक्षित करने के लिये, हमारी सरकार एवं राजनेताओं व उद्योगपतियों को सक्रिय सहयोग के लिए आगे आना चाहिए। मंदिर समिति ने अधिकाधिक श्रद्धालुओं तथा नागरिकों से मेले में शिरकत करने की अपील की है।