ग्रामीण क्षेत्रों में कर रहे निरंतर जनसंपर्क, समस्याओं के समाधान में जुटे
जगमोहन ड़ागी दिल्ली/पौड़ी गढ़वाल।पूर्व आईएएस अधिकारी सुंदरलाल मुयाल प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद भी जनसेवा के प्रति अपनी निष्ठा और प्रतिबद्धता के लिए लगातार सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने बीते दिनों घंडियाल, मिर्चोड़ा, कलज़ीखाल और कांसखेत जैसे दूरस्थ क्षेत्रों में जनसंपर्क कर स्थानीय जनता की समस्याएं सुनीं और समाधान के लिए शासन-प्रशासन से समन्वय बनाकर तत्परता दिखाई।
घंडियाल में श्री मुयाल ने स्थानीय नागरिकों से मुलाकात की, जहां ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रघुनाथ सिंह रावत, धर्म नेगी, अजय पटवाल, बलवंत सिंह रावत, डॉ. शंकर रावत, अनिल रावत व विनोद जैसे प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता उनके साथ उपस्थित रहे। इस अवसर पर उन्होंने नवीन भट्ट और संजय डबराल से भी संवाद किया और स्थानीय मुद्दों पर चर्चा की।
मिर्चोड़ा में आयोजित बैठक में श्री मुयाल ने ग्रामीणों की विभिन्न समस्याएं सुनीं – जिनमें पेयजल संकट, सड़क जर्जर स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और युवाओं के रोजगार जैसे गंभीर विषय शामिल थे। बैठक में क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों और जनप्रतिनिधियों जैसे पूर्व ग्राम प्रधान वीरेंद्र लाल, महाराज सिंह, प्रमोद रावत (पूर्व प्रधान बेड़गांव), देवेंद्र सिंह नेगी (ग्राम थैंर) की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
कलज़ीखाल और कांसखेत में भी श्री मुयाल ने जनसंपर्क के माध्यम से स्थानीय निवासियों की बातों को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि उनके मुद्दों को उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा। वे लगातार शासन और स्थानीय प्रशासन के समक्ष ग्रामीणों की समस्याएं रख रहे हैं।
प्रशासनिक अनुभव को सेवा में ढालने वाले जननायक सुंदरलाल मुयाल का यह प्रयास साबित करता है कि वे सेवा निवृत्ति के बाद भी समाज से कटे नहीं हैं, बल्कि उन्होंने अपने प्रशासनिक अनुभव और सामाजिक समझ को जनकल्याण की दिशा में समर्पित कर दिया है। एक जनप्रतिनिधि के रूप में नहीं, बल्कि जनभक्त सेवक के रूप में वे निरंतर काम कर रहे हैं।