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नवरात्र से पहले घर लाएँ माँ दुर्गा की प्रिय वस्तुएँ, मिलेगा शुभ आशीर्वाद

22 सितंबर से होगी शारदीय नवरात्रि की शुरुआत

Amar sandesh नई दिल्ली। रविवार को पितृपक्ष का समापन हो जाएगा और उसके अगले दिन सोमवार, 22 सितंबर से शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ होगा। नवरात्रि के नौ दिनों में माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-आराधना की जाती है और पहले दिन कलश स्थापना की जाती है। इस बार 30 सितंबर को महाअष्टमी, 1 अक्टूबर को महानवमी और 2 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा। उसी दिन माँ दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन भी किया जाएगा।

घर में लाएँ माँ की प्रिय वस्तुएँ

पंडित रामानंद मिश्रा के अनुसार यदि नवरात्रि से पहले घर में माँ दुर्गा की प्रिय वस्तुएँ ले आते हैं तो देवी प्रसन्न होती हैं और घर-परिवार पर अपना विशेष आशीर्वाद बरसाती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के दिनों में चांदी का सिक्का घर लाना अत्यंत शुभ होता है। इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और इन नौ दिनों तक उसकी पूजा करने से घर में समृद्धि आती है और धन की कमी नहीं रहती। इसी प्रकार माता लक्ष्मी की तस्वीर या मूर्ति भी घर में लाना मंगलकारी माना गया है क्योंकि लक्ष्मी जी को माँ दुर्गा का ही एक स्वरूप माना जाता है।

नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा को सोलह श्रृंगार अर्पित करने की परंपरा है। महिलाएँ श्रृंगार का सामान अर्पित करके अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं, इसलिए नवरात्र से पहले श्रृंगार का सामान घर लाना शुभ माना जाता है। महालक्ष्मी यंत्र भी देवी को प्रिय है और इसे घर में स्थापित करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। यदि घर में तुलसी का पौधा नहीं है तो नवरात्र के अवसर पर इसे लाना अत्यंत शुभ माना जाता है। तुलसी की पूजा करने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

नवरात्रि केवल उपवास और पूजा का समय नहीं है, बल्कि यह माँ दुर्गा के प्रति आस्था और भक्ति को व्यक्त करने का अवसर भी है। मान्यता है कि जो साधक पूरे नियम और श्रद्धा से इन नौ दिनों की पूजा और व्रत करता है, माँ दुर्गा उसकी सभी मनोकामनाएँ पूरी करती हैं और घर-परिवार पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं।

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