हेमवती नंदन बहुगुणा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित बहुगुणा के महान व्यक्तित्व का मूल्यांकन अभी बाकी -धीरेंद्र प्रताप
दिल्ली।कांग्रेस के 136 वर्ष के इतिहास के एकमात्र प्रधान महासचिव पद पर सुशोभित रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा को आज उनकी 102वी जयंती पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति समिति के अध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा को भारत के महानतम सपूतों में से एक बताते हुए कहा कि वह सिद्धांतों के पक्के थे और उन्होंने कभी भी सत्ता के लिए सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
उन्होंने कहा कि देश में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले और उसके बाद राष्ट्र के नवनिर्माण में ऐतिहासिक भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के कद के नेता कम ही है ।उन्होंने कहा कि स्वर्गीय बहुना के क्रियाकलापों का अभी ठीक से मूल्यांकन किया जाना बाकी है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण की भूमिका भी स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा ने ही लिखी थी जब उन्होंने उत्तर प्रदेश के जमाने में ही गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नरी में गढ़वाल विश्वविद्यालय और कुमाऊं विश्वविद्यालय की स्थापना की थी ।
धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि अब समय आ गया है जब स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा का स्थान ना केवल दिल्ली में बन रही नई संसद में उनकी एक प्रतिमा को स्थापित करके सुनिश्चित किया जाना चाहिए अपितु उत्तराखंड मैं गैरसैण और देहरादून विधानसभाओं में और लखनऊ की विधानसभा में भी उनकी आदमकद प्रतिमा लगाकर आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत के रूप में उनके इतिहास को समायोजित किया जाना चाहिए।