Amar sandesh दिल्ली।विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय रेलवे की पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा लिखे गए लेख को साझा करते हुए कहा कि भारतीय रेल हरित भविष्य निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय रेल त्वरित गति से हो रहे विद्युतीकरण और स्वच्छ ऊर्जा की ओर तेज़ी से बढ़ते कदमों के साथ शुद्ध शून्य उत्सर्जन (Net Zero Emission) के महत्वाकांक्षी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए संकल्पबद्ध है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने लेख में भारतीय रेल की विभिन्न हरित पहलों का उल्लेख किया है, जिनमें प्रमुख रूप से निम्नलिखित शामिल हैं:
रेल नेटवर्क का तीव्र विद्युतीकरण: अब तक 90% से अधिक ब्रॉड गेज रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया जा चुका है और 2030 तक शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा गया है।
स्वच्छ ऊर्जा का उपयोग: रेलवे सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय स्रोतों से ऊर्जा प्राप्त करने की दिशा में कार्यरत है। कई रेलवे स्टेशन और कार्यालय भवन पहले ही सौर ऊर्जा से संचालित हो रहे हैं।
कार्बन न्यूट्रल स्टेशन: भारतीय रेल कई प्रमुख स्टेशनों को ‘कार्बन न्यूट्रल’ बनाने की दिशा में कार्य कर रही है, जिससे स्टेशन परिसर और आसपास के क्षेत्रों में पर्यावरणीय प्रभाव को न्यूनतम किया जा सके।
ग्रीन प्रमाणन: 150 से अधिक रेलवे स्टेशनों को ग्रीन सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है, और यह संख्या तेजी से बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि भारत सरकार न केवल जलवायु परिवर्तन से निपटने को प्राथमिकता दे रही है, बल्कि परिवहन क्षेत्र को एक सकारात्मक परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में देख रही है। भारतीय रेल न केवल देश की आर्थिक रीढ़ है, बल्कि अब यह देश के हरित और सतत विकास की प्रेरक शक्ति भी बन रही है।
भारतीय रेलवे द्वारा अपनाई जा रही हरित नीतियां और नवाचार पर्यावरणीय लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री की सराहना से यह स्पष्ट है कि भारतीय रेल केवल यात्रियों की यात्रा को ही नहीं, बल्कि पर्यावरण को भी बेहतर बनाने की दिशा में अग्रसर है।