अपनी बोली भाषा अपनी रीति रिवाज और अपनी लोक संस्कृति के लिए हम सब को मिलकर काम करना होगा-सजय शर्मा दरमोड़
गाजियाबाद। कोरोना काल के बाद दिल्ली में उत्तराखंड लोक कलाकारों का जीवन भी इस समय विकट परिस्थिति से गुजर रहा है इस समय सरकार भी कोरोना से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।उसी के मद्देनजर भारत सरकार नेतृत्व में भारत की स्वदेशी वैक्सीन भी इस समय आ चुकी है जिससे कि इस महामारी से लड़ने में कोरोनो को जड से समाप्त करने में हमें कुछ और समय जरूर लगेगा । देश की राजधानी दिल्ली में मकर सक्रांति के उपलक्ष पर उत्तराखंड समाज द्वारा कई जगहों पर सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया।
जिसमें आयोजकों ने कोरोना से बचाव के उपायों पर ध्यान रखते हुए आयोजन किये पर्वतीय प्रावसी जन कल्याण समिति इंदिरापुरम द्वारा आयोजित उतैरेणी मकरैणी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता एवं समाजसेवी श्री संजय शर्मा दरमोडा मौजूद रहे,
इस मौके पर समिति द्वारा उनका मंच पर सम्मान किया गया। तत्पश्चात श्री दरमोडा ने अपने संबोधन में कोरोना से बचाव के लिये वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। साथ ही अपने प्रवासी भाई बहनों को अपने गाँव उत्तराखंड जाने की भी अपील की जिससे हमारी संस्कृति, त्यौहार, बोलि भाषाओ का संरक्षण एवं संवर्धन होगा। श्री दरमोड़ा ने अपना पूरा संबोधन अपने जन्म बोली गढ़वाली में किया उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से एवं लोक कलाकारों से अपील की, अपनी बोली भाषा अपनी संस्कृति के प्रति हम सब को सजग होकर काम करना होगा,
जिससे हमारी बोली भाषा हमारे रीति रिवाज हमारी आने वाली पीढ़ी के साथ साथ जन जन तक इसकी खुशबू पहुंचे उन्होंने इस मौके पर
साथ में मंचासीन श्री सचिदानंद शर्मा , श्रीजगत रावत , श्री दिनेश लाखेड़ा सहित उपस्थित जनसमूह एवं लोक कलाकारों व समिति के सभी पदाधिकारियों का व गणमान्य अतिथियों का भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हम आभारी हैं श्री सागर रावत एवं समिति के समस्त पदाधिकारियों के। जिन्होंने इस सुंदर आयोजन का बीड़ा उठाकर इसे सफल बनाया।