सेल ने अपने अस्पतालों के जरिये 5000 से भी अधिक कोरोना मरीजों का किया इलाज
नई दिल्ली, 27 नवंबर, 2020*: स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) सभी सरकारी दिशानिर्देशों को प्रभावी तरीके से लागू करते हुए, कोविड – 19 महामारी से निपटने के लिए ‘जन-आंदोलन’ में बड़ी भागीदारी निभा रहा है। कंपनी अपने संयंत्रों में स्थित अस्पतालों के जरिये संयंत्रों, इकाइयों और कार्यालयों के आस-पास के क्षेत्रों में अब तक 5000 से भी अधिक कोरोना मरीजों का इलाज किया है। इसके साथ ही कंपनी ने कोरोना से बचाव की दिशा में बड़े पैमाने पर कदम उठाते हुए, नई दिल्ली स्थित कॉर्पोरेट ऑफिस समेत सभी संयंत्रों और इकाइयों में कोरोना महामारी निपटने का व्यापक ढांचा विकसित किया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने हाल ही में त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले कर्मचारियों को दिए एक संदेश में कहा था, “कोविड-19 महामारी ने हमारे जीने, काम करने, सोचने और भविष्य को लेकर हमारी योजनाओं को बदलकर रख दिया है। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना महामारी के प्रसार को जल्द से जल्द रोकने के लिए, कोविड – 19 से निपटने के ज़रूरी उपायों और जानकारी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए जन-आन्दोलन का आह्वान किया है।” श्री प्रधान ने लोगों से महामारी से प्रभावी तरीके से लड़ने के लिए सोशल डिस्टेन्सिंग बनाए रखने, मास्क ठीक से पहनने और हाथ को निरंतर साफ करते रहने का अनुरोध भी किया था।
कंपनी, इस महामारी से निपटने के लिए ज़रूरी चिकित्सा सेवाओं के साथ – साथ अन्य ज़रूरी सहूलियतों को कार्मिकों और उनके परिवार के बीच पहुँचाने में जुटी हुई है। सेल ने अपने विभिन्न संयंत्र के अस्पतालों में कोविड-19 मामलों को निपटने के लिए लगभग 330 आइसोलेशन, 600 से अधिक क्वारंटाइन और 80 से अधिक आईसीयू बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की है। सेल ने शुरुआत में ही कोविड-19 की समस्या का आकलन कर लिया था और इससे निपटने के लिए तत्काल प्रभाव से बड़े पैमाने पर ठोस कदम उठाने शुरू कर दिये थे।
सेल के अध्यक्ष, श्री अनिल कुमार चौधरी ने कहा, “सेल एक प्रगतिशील और कर्मचारी उन्मुख संगठन होने के नाते, अपने कार्मिकों की हर तरह से सहायता करने और उन्हें हर तरह की ज़रूरी सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर हमेशा तत्पर और तैयार रहती है। इसी के साथ ही कंपनी एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट सदस्य के नाते अन्य स्टेकहोल्डर्स खासकर संयंत्रों और इकाइयों के आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच हर संभव सहायता पहुंचाती है और उनके जीवन में भी खुशहाली लाने के लिए लगातार प्रयासरत रहती है। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए, कोरोना महामारी को फैलने से रोकने और उत्पादन की गति को बनाए रखने के लिए, सेल का मुख्य फोकस कार्मिकों, स्टेकहोल्डर्स और संसाधनों को मोबिलाइज़ करना, कोविड पीड़ित मामलों और समूहों को नियंत्रित करना, सामुदायिक प्रसार और मृत्यु को रोकना है।”
कार्मिकों के साथ मज़बूती से खड़े रहते हुए, कंपनी नियमित रूप से अपने संयंत्रों और इकाइयों में कोविड-19 मामलों की निगरानी कर रही है और महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रही है, जिसमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
· संयंत्रों और इकाइयों में उत्पादन की निरंतरता को जारी रखने के लिए सोशल डिस्टेन्सिंग को बनाए रखते हुए, कार्मिकों की रोस्टर प्रणाली के आधार पर कार्य आवंटन को लागू किया और उसे जारी रखे हुए है।
· रुपया 50 लाख के ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज बीमा योजना’ के तहत सेल अस्पतालों के 5400 से अधिक हेल्थकेयर प्रदाताओं को कवर किया।
पीपीई / स्वच्छता के लिए ज़रूरी निजी उत्पादों जैसे मास्क, हैंड-सैनिटाइज़र, डिस्पोजेबल ग्लोव्स आदि पर खर्च राशि की प्रतिपूर्ति की।
· इस अवधि के दौरान कांट्रेक्ट मजदूरों को मजदूरी का पूरा भुगतान सुनिश्चित किया।
· नियमित आधार पर सभी कार्मिकों को मास्क और सैनिटाइज़र वितरित किया।
केंद्र सरकार ने कोविड महामारी से इस लड़ाई के दौरान कंपनी की हर संभव मदद की है, सेल ने भी कोविड-19 का मुक़ाबला करने के लिए सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर भागीदारी की है, जिसमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं,सेल के राउरकेला इस्पात संयंत्र के इस्पात जनरल अस्पताल ने राज्य प्रशासित कोविड केयर सेंटर्स को पांच वेंटिलेटर प्रदान किए हैं।
सेल के बोकारो जनरल अस्पताल में कोविड पॉज़िटिव मरीजों के टेस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की है।
· सेल के इस्को इस्पात संयंत्र के डॉक्टर्स और पैरामेडिक्स को राज्य की मेडिकल सेवाओं की भी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए भेजा गया।
· ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत 6000 से अधिक राशन किट वितरित किए गए ।
· निगमित सामाजिक दायित्व के तहत आदिवासी / स्वयं सहायता समूहों द्वारा 15000 से अधिक मास्क तैयार और वितरित किए गए।
सेल ने प्रधानमंत्री केयर फंड में 30 करोड़ और राज्य सरकारों (छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में से प्रत्येक के मुख्यमंत्री / कोविड कोष में एक – एक करोड़ रुपये की राशि) को 4 करोड़ का योगदान दिया है। इसके साथ सेल कार्मिकों ने अपनी एक दिन की सैलरी (करीब 9 करोड़ रुपये) PM CARES फंड दान दिया है।
· सेल की इकाइयों के साथ – साथ कार्मिक भी आस – पास के प्रवासी मजदूरों, गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए अपनी स्वैच्छिक सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
इनके साथ ही, सेल अस्पतालों में कोविड टेस्ट सुविधाएं भी विकसित की गई हैं या फिर रोगियों को शीघ्र टेस्ट की सुविधा प्रदान करने के लिए स्थानीय सरकारी अस्पतालों के साथ करार किया है। सेल कोविड महामारी से लड़ने और भारत को मजबूत बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध और पूरी तरह से तैयार है।