कोरोना संक्रमण की स्थिति में पीड़ित पत्रकारो को मिले समुचित मुआवजा : के पी मलिक
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मुंबई की तर्ज़ पर दिल्ली के पत्रकारों का कोरोना जांच का आश्वासन स्वागत योग्य है! ‘दिल्ली पत्रकार संघ’ ने मुख्यमंत्री के इस आश्वासन पर संतोष जाहिर करते हुए कहा है कि मुंबई में जिस तरह 53 पत्रकारों में कोरोना की पुष्टि हुई है वह एक चिन्ता का विषय है। ऐसी स्थिति में दिल्ली में भी पत्रकारों की जांच बहुत जरूरी है। डीजेए ने संक्रमण की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में पीड़ित पत्रकार के लिए समुचित मुआवजा दिये जाने की व्यवस्था की मांग की है। दिल्ली पत्रकार संघ (डीजेए) के अध्यक्ष राकेश थपलियाल और महासचिव के पी मलिक ने कहा कि अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना में राजधानी दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर लगे पत्रकारों की टीम अपने स्तर से ना केवल सही जानकारी लोगों तक पहुंचा रही है बल्कि जरूरत पड़ने पर कई जरूरतमंदों को उनके ठिकाने तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका अदा कर रही है। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (इंडिया) की राज्य इकाई दिल्ली पत्रकार संघ मानती है कि पत्रकारिता व पत्रकारों की भूमिका किसी सामान्य नौकरी या कारोबार तक सीमित नहीं है बल्कि यह समाज सेवा के सबसे बड़े साधनों के रूप में है। कोरोना वायरस महामारी के इस अभूतपूर्व संकट के समय मीडियाकर्मियों ने अपने-अपने घर में कैद लोगों तक गली-मुहल्ले से लेकर देश दुनिया की खबरें पहुँचाने में अपने आपको दिन रात लगा रखा है। मीडियाकर्मी आज लाकडाउन में फंसी जनता और बाहरी दुनिया के बीच सेतु का काम कर रहा है। जाहिर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस घड़ी में मीडिया कर्मियों के रोल की महत्ता को राष्ट्र के नाम अपने संदेश में विशेष रूप से रेखांकित कर चुके हैं।
मलिक ने कहा कि कोरोना संक्रमण (कोविड-19) ने समाज के हर वर्ग की तरह मीडियाकर्मियों को भी प्रभावित किया है। घर परिवार छोड़कर और 24 घंटे कॉरोना की रिपोर्टिंग करते हुए, मुंबई में जिस तरह शुरुआती जांच में ही 53 पत्रकार कॉरोना पीड़ित पाए गए हैं उससे दिल्ली के पत्रकार भी चिंतित है। ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के पत्रकारों का कोरोना जांच कराने का आश्वासन देकर एक संतोष की अनुभूति दिलायी है। इससे पत्रकारों के मनोबल पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से दिल्ली में किसी मीडियाकर्मी के दुर्भाग्य से कोरोना से संक्रमित होने पर उसे पर्याप्त मुआवज़ा एवं वित्तीय सहायता दिए जाने की व्यवस्था करने का अनुरोध करते हैं।