बुजुर्ग माता-पिता के खिलाफ बह रही इस बदहवा को सम्मानमय सुगंधित हवा में परिवर्तित करना ही है माता पिता सम्मान सेवा संस्थान का एकमात्र मकसद
अमर चंद्र.. (नई दिल्ली ) माता पिता सम्मान सेवा ट्रस्ट जो कि विगत पंद्रह वर्षों से देश के बुजुर्गो के हरसंभव कल्याण तथा उनके मानवीय अधिकारों की रक्षार्थ संघर्षरत है। इसी सापेक्ष आज ट्रस्ट के संरक्षक व समाजसेवी पत्रकार दामोदर प्रसाद शर्मा व पूजा ढौंढियाल शर्मा ने आज दिल्ली के प्रख्यात उद्यमी व समाजसेवी श्रीमान करण लूथरा जी से उनके चाणक्य पुरी स्थित आवास पर एक अत्यंत ही सार्थक शिष्टाचार भेंट की। श्री दामोदर शर्मा ने बताया कि आदरणीय लूथरा साहब वैसे तो काफी लंबे अरसे से समय-समय पर माता पिता सम्मान सेवा ट्रस्ट द्वारा अंजाम दी जा रही तमाम मानवता की सेवा और रक्षा संबंधी गतिविधियों की सराहना करते रहे हैं लेकिन आज उन्होंने हमें अपने निवास पर आमंत्रित करके अपनी उदार व पवित्र भावना का इजहार किया और इस शिष्टाचार भेंट के दौरान माता पिता सम्मान सेवा संस्थान के इन दोनों प्रतिनिधियों ने जब उनके समक्ष इस ज्वलंत मुद्दे को रखा कि इस आर्थिक भौतिक चकाचौंध के कारण हमारी सर्वश्रेष्ठ भारतीय संस्कृति की आज पूरे देश में दुर्दशा हो चुकी है, घरों में संतानों का लगाव सिर्फ येन केन प्रकारेण माता-पिता की संपत्ति को पाने या हड़पने तक ही सिमटकर रह गया है, माता पिता व बुजुर्ग परिजनों की सेवा और सम्मान के प्रथम मानवीय कर्तव्य व दायित्व की तो बात तक आज कोई सुनने को राजी नहीं है। ज्ञात हो कि माता-पिता सम्मान सेवा संस्थान विगत पंद्रह वर्षों से बिगड़ैल औलादों को यही कर्तव्य बोध कराते आ रहा है।और यह ट्रस्ट अब माता-पिता व बुजुर्ग परिजनों के खिलाफ बदरंग व दुर्गंधित हो चुकी इस बदहवा को बदलने हेतु एक भव्य *”माता-पिता-पित्र मंदिर व श्रवणाकुमाराश्रम”* का निर्माण करने हेतु भी कृतसंकल्प है तथा सभी विद्यार्थियों में विद्या अर्जन के दरम्यान ही माता पिता व बुजुर्ग परिजनों के आदर सम्मान व सेवा की लगन व संस्कार जगाने के दृष्टिकोण से स्कूल टु स्कूल और इंस्टीट्यूट्शन टु इंस्टीट्यूट्यूशन वैल्यू एजुकेशन प्रोग्राम चलाने हेतु भी कृतसंकल्प है ताकि देश के सभी बुजुर्ग जन आज जैसी फजीहत व असम्मानित जीवन जीने के बजाय बुजुर्गावस्था में पूर्ण सम्मान के साथ जीने का सौभाग्य प्राप्त कर सकें। इस महत्वपूर्ण मुलाकात के दौरान
स्वनामधन्य श्रीमान लूथरा जी से हुई विस्तृत चर्चा के उपरांत उन्होंने माता पिता सम्मान सेवा ट्रस्ट को इस मानवता की रक्षा और सेवा के पवित्र मिशन में अपनी ओर से हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।