Uncategorized

राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत के स्वर्ण जयंती समारोह में पहुंचे देश-विदेश के पुरातन छात्र


—————————————-
सी एम पपनैं

उत्तराखंड के प्रमुख रमणीक पर्यटन स्थल रानीखेत में 1973 में स्थापित स्व. श्री जयदत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का दो दिनी स्वर्ण जयंती समारोह का आयोजन 23 व 24 दिसंबर को महाविद्यालय के 1973 से 2023 तक अध्ययनरत रहे छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में महाविद्यालय सभागार में बड़े धूमधाम के साथ आयोजित किया गया। स्वर्ण जयंती समारोह के इस पावन अवसर पर महाविद्यालय के पुरातन छात्रों द्वारा देश-विदेश से उक्त आयोजन में पहुंच कर समारोह की न सिर्फ शोभा बढाई अपने बैच के सहपाठियों से कई दशकों बाद मुलाकात कर अपने छात्र जीवन की यादों को भी जीवंत किया।

स्वर्ण जयंती समारोह का श्रीगणेश मुख्य अतिथि अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ सांसद अजय टम्टा, रानीखेत विधायक डाॅ प्रमोद नैनवाल, महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ पुष्पेश पांडेय, महाविद्यालय संघर्ष समिति सदस्य हेमचंद्र चौधरी, चंद्र प्रकाश बिष्ट, बलवंत सिंह नेगी इत्यादि इत्यादि के कर कमलों दीप प्रज्ज्वलित कर व महाविद्यालय छात्र-छात्राओं द्वारा कर्ण प्रिय गीत संगीत की धुन में श्रीगणेश, सरस्वती वंदना तथा अभिनंदन गीत की प्रस्तुति के साथ किया गया।

महाविद्यालय प्राचार्य डाॅ पुष्पेश पांडेय द्वारा सभी अतिथियों, पुरातन छात्रों व महाविद्यालय सभागार में उपस्थिति सभी शिक्षकों व छात्रों का स्वागत अभिनंद कर महाविद्यालय के विगत पचास वर्षो के ऐतिहासिक तथ्यों के बावत अवगत कराया गया। स्वर्ण जयंती के इस अवसर पर मुख्य व विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ महाविद्यालय के वर्ष 1973 प्रथम बैच के पुरातन छात्रों कैलास पांडे, चंद्र शेखर उप्रेती, जमन सिंह रावत, दया रावत, नंद किशोर, दमयंती भगत, जगत मोहन गोयल, रामेश्वर गोयल, मदन मोहन जोशी, सी पी पांडे, विपिन कुमार पांडे, मीरा बेलवाल, एम बी गुणवंत, हेमंत कुमार भंडारी, इत्यादि इत्यादि को शाल ओढा कर, बैच लगा कर, पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। मंचासीन अतिथियों द्वारा स्वर्ण जयंती विशेषांक 1973-2023 ‘अर्चना’ का लोकार्पण किया गया।
आयोजन के इस अवसर पर सांसद अजय टम्टा व रानीखेत विधायक डाॅ प्रमोद नैनवाल द्वारा महाविद्यालय की निरंतर उन्नति पर विचार व्यक्त किए गए। महाविद्यालय को उत्तराखंड राज्य के 55 स्थापित महाविद्यालयों में शीर्ष तीन विद्यालयों में स्थान प्राप्त करने पर शिक्षकों व पुरातन छात्रों को मिली उपलब्धि पर बधाई दी गई।

स्वर्ण जयंती समारोह के दूसरे दिन 24 दिसंबर को मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य कैबिनैट मंत्री रेखा आर्य व विशिष्ट अतिथि दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कैलास पंत, प्रो. सी डी सूंठा निदेशक (उच्च शिक्षा), प्रो. ए एस उनियाल (शिक्षा विभाग), गोपाल उप्रेती (अंतरराष्ट्रीय फलक पर ख्यातिरत उद्यान विद) इत्यादि मुख्य रहे। महाविद्यालय स्वर्ण जयंती समारोह समिति द्वारा सभी अतिथियों को शाल ओढा कर, बैच पहना कर, पुष्प गुच्छ व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। आयोजन के इस अवसर पर पुरातन छात्रसंघ पदाधिकारियों आनंद पांडे, कैलास तिवारी, कैलाश जोशी, सी एम पपनैं, मोहन नेगी, आशुतोष साह, लक्ष्मण सिंह रावत, गिरीश भगत, अशोक पंत, धन सिंह रावत, राजेंद्र भगत, रोहित शर्मा, दीपक बिष्ट, शैलजा मसीह, हेमंत अधिकारी, विमल सती, जाकिर हुसैन, विमला रावत, विकास अग्रवाल, टीका आर्य, मनोज पांडे इत्यादि इत्यादि को भी अतिथियों के कर कमलों टोपी पहना कर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।

मंचासीन अतिथियों द्वारा किए गए संबोधन में महाविद्यालय द्वारा आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह की प्रशंसा की गई। महाविद्यालय की निरंतर उन्नति की कामना की गई। व्यक्त किया गया, छात्र भारत के भविष्य हैं। सब ने देश को संभालना है। छात्र पढाई-लिखाई के साथ-साथ सामाजिक दायित्वों को निभाएे। व्यक्त किया गया, भविष्य का अनुकूल वातावरण छात्रों ने ही बनाना है। समय परिवर्तित हो रहा है। आने वाला युग महिलाओं का है वे सकारात्मक रूप से आगे बढे। नियत व सोच सदैव सकारात्मक रखें। किसी भी विधा को अपनाएे, निष्ठा पूर्वक काम करें। हर क्षेत्र में रोजगार है। वक्ताओं ने कहा, रानीखेत में मिनी स्टेडियम की सख्त आवश्यकता है, जिस हेतु सरकार से मांग करनी होगी, काम करना होगा।

स्वर्ण जयंती के इस अवसर पर पुरातन छात्रों में डाॅ अरुण कुकसाल, गोबिंद सिंह दानू, जोगेन्द्र बिष्ट, हिमांशु उपाध्याय, जगदीश अग्रवाल, डाॅ सीमा जोशी, चंद्र मोहन पपनैं, कैलास जोशी, चयनिका बिष्ट, आनंद अग्रवाल इत्यादि द्वारा भी छात्र जीवन के संस्मरण सुना कर वर्तमान छात्रों को प्रेरणा प्रदान करने के साथ-साथ पुरातन छात्रों को छात्र जीवन की समृतियों की ओर लौटाने का प्रशंसनीय कार्य किया।

स्वर्ण जयंती समारोह को मनोरंजक बनाने के लिए महाविद्यालय समिति द्वारा महाविद्यालय के छात्र छात्राओं व हिमालयन लोक कला केन्द्र, गोकुल बिष्ट एण्ड पार्टी (संस्कृति विभाग उत्तराखंड) द्वारा उत्तराखण्ड के लोकगीत-संगीत आधारित विभिन्न विधाओं के लोकनृत्यों का प्रभावशाली मंचन किया गया।

स्वर्ण जयंती के इस अवसर पर महाविद्यालय शिक्षकों में प्रमुख डाॅ महिराज मेहरा, डाॅ सुमिता गडकोटी, डाॅ नमिता मिश्रा, डाॅ मुकुल कुमार, डाॅ निधि पांडे, डाॅ बरखा रौतेला, डाॅ रश्मि रौतेला, डाॅ रूपा आर्या इत्यादि इत्यादि की भूमिका को पुरातन छात्रों द्वारा सराहा गया। साथ ही पुरातन छात्रों को ज्ञात हुआ, विद्यालय क्षेत्र के युवाओं को गुणवत्ता परक उच्च शिक्षा प्रदान करने हेतु सुविधा संपन्न केन्द्र के रूप में स्थापित होने की अपनी विकास यात्रा पर निरंतर अग्रसर है। स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर कला संकाय में हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, समाजशात्र, इतिहास, राजनीतिशास्त्र, अर्थशात्र, संगीत, गृह विज्ञान, भूगोल। विज्ञान संकाय में गणित, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, एवं जंतु विज्ञान। वाणिज्य संकाय में बी काम, शिक्षा संकाय में स्ववित्त पोषित बी एड पाठ्यक्रम इत्यादि संचालित हैं। छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास हेतु एन एस एस, राष्ट्रीय सेवा योजना, एनसीसी, रेडक्रॉस, रोवर्श रेंजर इकाई, क्रीड़ा, सांस्कृतिक क्लब, विभागीय परिषदें, छात्रसंघ, सेवायोजन एवं मार्गदर्शन प्रकोष्ट,पी टी ए पूर्व छात्र परिषद, महिला प्रकोष्ट, एंटी रैगिंग प्रकोष्ट, पर्यावरण क्लब, स्मार्ट कक्षा कक्षों व शोध कार्य इत्यादि इत्यादि का गठन व सुविधाये संचालित हैं जिससे विद्यार्थी उच्च शिक्षा का लाभ ले पा रहे हैं, महाविद्यालय का नाम विद्यार्थी रोशन कर रहे हैं।

आयोजित स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रमों का प्रभावशाली मंच संचालन संयुक्त रूप से
प्रो.रेखा सिलोरी व डाॅ पंकज प्रियदर्शी द्वारा बखूबी किया गया।
————-

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *