देश और समाज के हित को प्राथमिकता दे मीडिया: डॉ. संजय झा
*समय की मांग है ‘सॉल्यूशन बेस्ड जर्नलिज्म’: —प्रो. संजय द्विवेदी*
*पटना।* *आजादी के अमृत महोत्सव* के अवसर पर *ब्रह्माकुमारीज* द्वारा *समाधान परक पत्रकारिता* के लिए चलाए जा रहे *राष्ट्रीय अभियान* का बिहार में शुभारंभ करते हुए राज्य के *जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. संजय झा* ने कहा कि बदलते परिवेश में सफल होने के लिए मीडिया को अपने व्यावसायिक हित और सामाजिक उत्तरदायित्व के बीच संतुलन बनाना होगा।
पत्रकारों एवं मीडिया संस्थाओं को व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर देश और समाज के हित को प्राथमिकता देनी होगी। इस अवसर पर *भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी*, ब्रह्माकुमारीज की पटना क्षेत्रीय प्रभारी *बीके संगीता* एवं संस्था के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी *बीके सुशांत* भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डॉ. झा ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज द्वारा शुरु किया गया यह अभियान पत्रकारों को स्वस्थ और सकारात्मक दिशा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक मूल्य शिक्षा और राजयोग ध्यान से पत्रकारों को आत्मशक्ति और मनोबल प्राप्त होगा। इससे मीडियाकर्मियों को अपने व्यक्तिगत एवं व्यावसायिक जीवन को तनाव मुक्त बनाने में मदद मिलेगी। डॉ. झा ने कहा कि यह अभियान बिहार के सभी जिलों में चलाया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक *प्रो. संजय द्विवेदी* ने कहा कि मीडिया को समस्याओं के समाधान की दिशा में काम करना चाहिए। यही समय की मांग है। उन्होंने कहा की देश की समस्याओं के ऊपर सवाल खड़े करना पत्रकारों का धर्म, कर्म और दायित्व है, लेकिन उन मुद्दों का हल बताना भी मीडिया प्रोफेशनल्स की जिम्मेदारी है। इसे ही सकारात्मक, समाधान परक व मूल्यनिष्ठ पत्रकारिता कहते हैं।
प्रो. द्विवेदी ने कहा की आज समाज में नैतिक मूल्यों की गिरावट हुई है। इसकी रोकथाम के लिए पारिवारिक, सामाजिक, शैक्षणिक और आध्यात्मिक मूल्यों की आवश्यकता है। इसमें मीडिया महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। उन्होंने कहा की मीडिया का काम सिर्फ सूचना देना या मनोरंजन करना नहीं है, बल्कि लोगों को सही मूल्यों की शिक्षा देना भी उसकी जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारीज की पटना क्षेत्रीय प्रभारी *बीके संगीता* ने कहा की आज लोगों को मानसिक खुराक मीडिया से ही मिलती है। अगर मीडिया सकारात्मक और मूल्यनिष्ठ होगा, तो उसकी खबरें देश, समाज और मानवता को सुख, शांति और समृद्धि की ओर ले जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित पत्रकारों को उन्होंने सहज राजयोग ध्यान का सामूहिक अभ्यास भी करवाया।
ब्रह्माकुमारीज के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी *बीके सुशांत* ने कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान से पत्रकार चुनौतियों का सामना और समाधान करने की सही सोच एवं नजरिया विकसित कर सकते हैं। मीडिया के माध्यम से लोगों को इस दिशा में जागरुक और प्रेरित करने के लिए ब्रह्माकुमारीज वर्ष 2022-23 को ‘आध्यात्मिक सशक्तिकरण से दया और करुणा’ के वर्ष के रूप में मना रही है।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका *बीके ज्योति* ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन *बीके सतेंद्र* ने दिया।