मल्टी ऑप्शन पेमेंट एक्सेपटेन्स डिवाइस से आम आदमी को होगा फायदा : आलोक कुमार चौधरी
संगीता रावत
नई दिल्ली,। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक, भारतीय स्टेट बैंक ने बैंक की नवीनतम कस्टमर – फ्रेंड्ली डिजिटल पहल मोपैड (मल्टी ऑप्शन पेमेंट एक्सेपटेन्स डिवाइस) आज टी. आर. साहनी (मारुति) शोरूम, आई पी एस्टेट, नई दिल्ली में लॉंच की। इस अवसर भारतीय स्टेट बैंक – दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबंधक आलोक कुमार चौधरी, महाप्रबंधक (नेटवर्क) एसबीआई दिल्ली मण्डल ओम प्रकाश मिश्र, टी. आर. साहनी मोटर्स के निदेशक संजीव साहनी, एसबीआई दिल्ली मण्डल के उप महाप्रन्धक (डिजिटल बैंकिंग), सुबीर कुमार मुखर्जी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण इस अवसर पर मौजूद रहे। इस अवसर पर पत्रकारों को संबोधित करते हुये आलोक कुमार चैधरी ने कहा कि इसके जरिये, ग्राहक पीओएस टर्मिनल पर कार्ड्स, भारत क्यूआर, यूपीआई एवं एसबीआई बड़ी (ई- वैलेट) के जरिये भुगतान कर सकेंगे। इस पहल का उद्देश्य ग्राहकों को डिजिटल सुविधा प्रदान करना और साथ ही मर्चेंट्स को व्यवसाय करने की सरलता प्रदान करना है। यह उत्पाद बैंक के “कैश की आदत बदलो” के उद्देश्य को आगे बढ़ाता है।
उन्होंने कहा कि सभी तरह के ट्रांजेक्शन्स के बाद, ग्राहकों को प्रमाण के रूप में एक चार्ज – स्लिप प्राप्त होती है। यह परंपरागत भारत क्यूआर / यूपीआई / एसबीआई बड़ी ट्रांजेक्शन्स के लिए उपलब्ध नहीं है। मर्चेंट्स को सभी तरह डिजिटल ट्रांजेक्शन्स के लिए सिंगल एमआईएस प्राप्त होता है, जिसकी मदद से नकद प्रवाह पूरी तरह से उनके नियंत्रण में होता है। यह अनुमान है कि इस बहुद्देशीय पहल से डिजिटल इकोसिस्टम बढ़ेगा और बैंक को लेस – कैश इकॉनमी कि ओर अर्थव्यवस्था को ले जाने में मदद मिलेगी।
एसबीआई भारत का सबसे बड़ा अधिग्रहणकर्ता है, जिसके 6.23 लाख पीओएस टर्मिनल तैनात हैं। इसने चरणबद्ध तरीके से सभी पीओएस टर्मिनल्स पर इस सुविधा को शुरू करने का निर्णय लिया है। इससे आर्थिक रूप से डिजिटल ट्रांजेक्शन्स हो सकेंगे, और मर्चेन्ट को केवल एक टर्मिनल लगाना होगा। इस अवसर पर पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब देते हुए आलोक कुमार चैधरी ने कहा कि इस फ्रेंड्ली डिजिटल पहल मोपैड से आम आदमी को भी फायदा होगें, और साथ ही बैक डिजिटलीकरण की तरफ एक कदम ओर आगे बढ़ेगा।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), परिसंपत्तियों, जमा, मुनाफा, शाखाओं, ग्राहकों, व कर्मचारियों की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक है। 31 मार्च, 2018 के आंकड़ों के अनुसार, बैंक का जमा आधार 27.06 लाख करोड़ रु. है और इस कासा अनुपात 45.68 प्रतिशत और अग्रिम 20.48 लाख करोड़ रु. है। होम लोन में भारतीय स्टेट बैंक की बाजार हिस्सेदारी 32.13 प्रतिशत है और ऑटो लोन में इसकी बाजार हिस्सेदारी 34.97 प्रतिशत है। बैंक का भारत में शाखाओं का सबसे बड़ा नेटवर्क है और इसमें कुल 22,414 शाखाएँ शामिल हैं और इसके पास लगभग 59,541 एटीएम का नेटवर्क है। एसबीआई 35 देशों में मौजूद है और वहाँ इसके 207 कार्यालय हैं। इसके मोबाइल बैंकिंग उपयोगकर्ताओं की संख्या 3.05 करोड़ है और इंटरनेट बैंकिंग ग्राहकों की संख्या 4.79 करोड़ है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर, फेसबुक, यूट्यूब, लिंक्डइन और पिंटरेस्ट पर इसके फॉलोवर्स की संख्या सबसे अधिक है। दुनिया के सभी बैंकों में इस बैंक के फॉलोवर्स की संख्या फेसबुक और यूट्यूब पर सर्वाधिक है।