Amar sandesh दिल्ली/जालना।महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक अद्भुत प्रेम और मानवीय भाव की घटना सामने आई। 93 वर्षीय निवृत्ति शिंदे, जो अपनी पत्नी शांताबाई के साथ आषाढ़ी एकादशी की पंढ़रपूर पैदल तीर्थयात्रा पर थे, ने अपनी जीवन साथी के लिए सोने का मंगलसूत्र खरीदने की इच्छा व्यक्त की।
निवृत्ति शिंदे ने वर्षों से थोड़ी‑थोड़ी रकम एकत्रित कर कुल ₹1,120 इकट्ठा किए थे। जब वे ज्वैलरी दुकान पहुँचे, तो उनका प्रेम‑भरा निवेदन सुनकर दुकान मालिक भावविभोर हो गया। उन्होंने संकल्पित राशि लेने की बजाय केवल ₹20 टोकन राशि के रूप में स्वीकार की और मंगलसूत्र उपहार में दे दिया।
यह बेहद मार्मिक पल कैमरे में कैद हुआ और सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो को फ़िलहाल दो करोड़ से अधिक तक देखा जा चुका है। इस घटना की व्यापक प्रशंसा व सराहना की जा रही है, जिसमें netizens ने इसे सच्चे प्रेम, समर्पण और इंसानियत का प्रतीक बताया।
स्थानिक ग्रामीणों के अनुसार, यह दंपती जालना जिले के अंभोरा जहांगीर के किसान हैं, जिनके एक बेटे का निधन हो गया और दूसरे पुत्र शराब की समस्या से जूझ रहा है। इन कठिन परिस्थितियों में भी उनका अटूट प्रेम और परस्पर साथ जीवंत रहा।
गंभीर प्यार: 93 वर्षीय निवृत्ति शिंदे ने अपनी पत्नी शांताबाई के लिए सोने का मंगलसूत्र खरीदने की इच्छा जताई।
दुकानदार का मानवता: ज्वैलरी दुकान में केवल ₹20 लेकर मंगलसूत्र दे दिया क्योंकि प्रेम उनके दिल को छू गया।
यह घटना सच्चे प्यार, संवेदना और मानवता का उत्कृष्ट उदाहरण है।यह प्रसंग बताता है कि आज भी धरती पर मानवता और प्रेम जिंदा है जो एक बुजुर्ग दंपति को और दुकानदार ने अपनी मानवता को दिखाकर साबित कर दिया कि इंसानियत से बढ़कर कुछ नहीं है। सुख-दुःख की सीमाएँ पार करने वाला प्रेम और इंसानियत आज भी हमारे बीच जीवित है। हम ज्वैलर और परिवार को इस भावपूर्ण प्रेरणा के लिए सलाम करते हैं।