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देश में हिंदुओं के खिलाफ जहर बोया जा रहा है : डॉ संबित पात्रा

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने  पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया और कांग्रेस पर वोट बैंक और तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए एक के बाद एक कई हमले किये। डॉ पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति के कारण अब कांग्रेस का नाम INC (Indian National Congress) नहीं MLC यानी मुस्लिम लीग कांग्रेस होना चाहिए। अशोक चव्हाण के बयान पर करारा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि चव्हाण के बयान से कांग्रेस की पोल खुल गई है। कांग्रेस ने ऐसा बयान देकर समग्र विश्व के हिंदुओं का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन की आड़ में हिंदुओं को अपशब्द कहा जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता कहते हैं कि वह केवल मुस्लिमों के लिए किसी सरकार में शामिल हैं तो आखिर हिंदुओं, सिखों, पारसियों ने आखिर क्या गुनाह किया है? ज्ञात हो कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा- कई मुस्लिम भाइयों ने कहा था कि हमारी सबसे बड़ी दुश्‍मन बीजेपी है, बीजेपी को अगर रोकना है तो कांग्रेस को इस सरकार में शामिल होना चाहिए। इसीलिए कांग्रेस आज सरकार में शामिल है। इसका एक ही निचोड़ है कि कांग्रेस मुसलमानों से पूछकर ही सरकार बनाती है, किसी और धर्म के लोगों को ध्यान में रखकर नहीं। कांग्रेस के इस आपत्तिजनक बयान के लिए और हिंदुओं का अपमान करने के लिए देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस पर हमलों की धार को और तेज करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस मुसलमानों से पूछकर महाराष्ट्र में सरकार बनाती है और हिंदुओं को अपशब्द कहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ मुसलमानों का वोट पाने के लिए तुष्टिकरण की राजनीति करती है लेकिन मुसलमानों का कभी कोई भला नहीं करती है। अब से कांग्रेस को इंडियन नेशनल कांग्रेस नहीं बल्कि मुस्लिम लीग कांग्रेस कहना चाहिए।

डॉ पात्रा ने कहा कि जुलाई 2018 में राहुल गांधी ने कहा था कि हाँ, कांग्रेस मुसलमानों की पार्टी है। जुलाई 2018 में ही कर्नाटक की तत्कालीन कांग्रेस-जेडीएस सरकार में कांग्रेस कोटे से मंत्री जेडए खान ने देश के हर जिले में शरिया कोर्ट की वकालत की थी। मई 2017 में केरल में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरेआम एक गाय की हत्या की थी गौमांस के भक्षण का जघन्य अपराध किया था। 2013 में तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने एक कदम आगे बढ़कर भगवा आतंकवाद की कहानी गढ़ी थी। 2010 अजीज बर्नी की किताब का विमोचन करते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने 26/11 के मुंबई हमले को आरएसएस द्वारा प्रायोजित बताया था। 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है। जुलाई 2009 में राहुल गांधी ने अमेरिकी राजदूत टिमोथी जे. रोमर से कहा था कि देश को सबसे ज्यादा खतरा भगवा आतंकवाद से है। 2008 में समझौता एक्सप्रेस विस्फोट में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने हिंदू आंतकवाद पर उंगली उठाई। 2008 में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कांग्रेस ने कहा कि वह राम सेतु के अस्तित्व को नहीं मानती। सोनिया गांधी ने कांचि कामपीठ के शंकराचार्य को गिरफ्तार करवाया था जिसका खुलासा बाद में पिछले वर्ष पूर्व राष्ट्रपति डॉ प्रणब मुखर्जी ने किया था। 1987 में राजीव गांधी ने शाहबानो केस में कानून बनाकर सुप्रीम कोर्ट को नीचा दिखाया था। 1951 में कॉमन सिविल कोड लागू करने के बाबासाहेब के प्रस्ताव का नेहरू ने विरोध किया था। 1951 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को सोमनाथ मंदिर जाने से मना किया। 1949 में कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर का विरोध किया जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक मुद्दा बना रहा। 1946 में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने वंदे मातरम को राष्ट्रगान बनाने का विरोध किया। अर्थात् 1946 से लेकर आज तक कांग्रेस ने केवल मुस्लिम वोट बैंक और तुष्टिकरण की केवल राजनीति ही की।राष्ट्रीय प्रवक्ता ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी पर भी बोला हमला। उन्होंने कहा, ‘कल औवेसी ने कहा कि मुसलमानों ने 800 वर्ष तक इस मुल्क में हुक्मरानी और जांबाजी की है। मेरे आबा और जात ने इस मुल्क को कुतुबमीनार, चार मिनार, जामा मस्जिद दिया है। लाल किला भी मेरे आबा और दादा ने बनाया, तेरे बाप ने क्या बनाया है?’ उन्होंने कहा, ‘हमारे दादा-परदादा ने इस देश को सहिष्णु, विराट, क्षमतावान, गरीमावान बनाया और आप लोग ऐसी भाषा का उपयोग करते हैं। ओवैसी जिन्ना बनने की राह पर चल रहे हैं। उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष सीएए-एनपीआर पर देश में भ्रम का माहौल बना रहा है। इसमें खासतौर पर कांग्रेस पार्टी है। इस विरोध की आड़ में कांग्रेस ने हिंदुओं को अपशब्द  देने का काम किया है। डॉ पात्रा ने कहा कि शाहीन बाग में छोटी बच्चियों के जेहन में जहर किसने भरा है? पीएम को जान से मार देना है यह उन्हें किसने सिखाया?  उन्होंने कहा,  देश में हिंदुओं के खिलाफ जहर बोया जा रहा है। यह काफी दर्दनाक है। देश में लोकतंत्र है। यहां किसी भी विषय पर प्रदर्शन किया जा सकता है लेकिन ऐसे किसी के जेहन में जहर बोना कहां तक उचित है?’ उन्होंने कहा कि केवल दो ही व्यक्ति पंडित जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना की महत्वाकांक्षा के कारण देश का बंटवारा हुआ।

 

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