23सालों का लंबा इंतजार
कब बनेगी रिठाला बवाना नरेला मैट्रो लाईन : —-दयानंद वत्स
रिठाला बरवाला, बवाना नरेला मैट्रो रुट संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल ने आज भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा से पंडित पंत मार्ग स्थित दिल्ली प्रदेश भाजपा कार्यालय में भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा जिसमें रिठाला मैट्रो स्टेशन से आगे इस रुट को बरवाला बवाना होकर नरेला तक पहुंचाने के लिए फेज-4 में ही शुरू करवाने के लिए आग्रह किया।
आज ही इसी संदर्भ में प्रधानमंत्री कार्यालय में भी इसी आशय का एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम दिया गया। जिसमें प्रधानमंत्री से इस मामले में कार्रवाई कराकर इस रुट का निर्माण कार्य शुरू कराने का आग्रह किया। प्रतिदिन मंडल में हेमराज बंसल, शिक्षाविद् दयानंद वत्स बरवाला, प्रदीप मंगल, एनडी अरोड़ा, सदाराम गुप्ता डा.रजनीश गुप्ता, अब्बास अली, रामा खत्री शामिल थे। दयानंद वत्स के अनुसार दिल्ली मैट्रो ने अपने प्रथम चरण में ही शाहदरा से बरवाला तक इस रुट को बनाने की स्वीकृति दी थी। आज 23साल के लंबे इंतजार के बाद इसे फेज-4 में बनाने की बात कही गयी। फेज-4 की 6 लाईनों में से 3लाईनों पर काम चालू है। लेकिन रिठाला बवाना नरेला रुट की लाईन का काम फिर से ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। कभी कहते हैं इस लाईन पर मैट्रो लाईट चलाएंगे। फिर मैट्रो लाईट को रद्द कर वैसी ही मैट्रो चलाने को कहा जैसी पूरी दिल्ली में चलती है। वत्स ने कहा कि अब 23सालों में बवाना नरेला के लाखों ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे चुका है। दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की खींचतान में फंड की अनुपलब्धता और विभिन्न कारणों के चलते से इस रुट के काम को अटकाया, भटकाया और लटकाया जा रहा है। मेट्रो दिल्ली से हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक पंहुच गयी है लेकिन दिल्ली के बड़े ग्रामीण क्षेत्र की जनता को इस सुविधा से वंचित किया हुआ है। 2018 में संघर्ष समिति के प्रतिनिधि मंडल को केंद्रीय शहरी आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि इस लाईन के निर्माण के लिए दिल्ली सरकार अपने हिस्से का फंड नहीं दे रही है तो भी हम केंद्र सरकार अपने फंड से इस लाइन को बनाएंगी। लेकिन तब से आज 5साल बीतने के बावजूद अभी तक केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपना किया वादा पूरा नहीं किया। क्षेत्रीय सांसद हंसराज हंस से संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मंडल मिल चुका है। सब दरवाजे खटखटाने के बावजूद कोई भी इस लाइन का काम शुरू करने या करवाने की घोषणा नहीं कर रहा है। 23सालों से लोग निर्वाचित जन-प्रतिनिधियों के यहां धक्के खा रहे हैं। लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वत्स ने बताया कि वे स्वयं पिछले 23सालों से इस लाइन को बनाने की लगातार मांग करते आ रहे हैं और वे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस मैट्रो लाईन की लेट लतीफी की सूचना ट्वीट करके उनसे हस्तक्षेप की अपील कर चुके हैं। आज फिर से प्रधानमंत्री कार्यालय को रिठाला बवाना नरेला मैट्रो रुट पर काम शुरू कराने के लिए ज्ञापन दिया गया है।