रंजन प्रकाश ठाकुर (IRTS) को ONGC के मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में कार्यकाल विस्तार
अब 30 सितंबर 2026 तक रहेंगे पद पर
Amar chand नई दिल्ली: कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस (IRTS) के वरिष्ठ अधिकारी श्री रंजन प्रकाश ठाकुर के कार्यकाल को सार्वजनिक क्षेत्र की महारत्न कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ONGC) के मुख्य सतर्कता अधिकारी (CVO) के रूप में 30 सितंबर 2026 तक या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, बढ़ा दिया है।
श्री ठाकुर ने 29 अप्रैल 2022 को ONGC के CVO के रूप में कार्यभार संभाला था। इस भूमिका में वे संगठन के भीतर पारदर्शिता बढ़ाने, आंतरिक निगरानी को मजबूत करने और सतर्कता प्रशासन की देखरेख की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
1990 बैच के IRTS अधिकारी श्री ठाकुर के पास सार्वजनिक सेवा और प्रशासन में 30 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वर्तमान कार्यभार से पहले वे 2021 से 2022 तक जम्मू-कश्मीर सरकार में उद्योग, वाणिज्य एवं नागरिक उड्डयन के प्रधान सचिव पद पर तैनात थे। इससे पूर्व 2021 में उन्होंने एनटीपीसी में कार्यकारी निदेशक (ईंधन परिवहन) के रूप में कार्य किया।
भारतीय रेल में अपने करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिनमें रेल मंत्रालय में कार्यकारी निदेशक (2015–17), पटना/दानापुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक (DRM) (2017–2020), तथा 2020 में मुख्य सुरक्षा अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा वे 2002 से 2007 के बीच रेल मंत्रालय में निदेशक (यात्री विपणन) एवं निदेशक (समन्वय) के पदों पर भी कार्यरत रहे।
श्री ठाकुर ने 2007 से 2012 तक केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के निजी सचिव के रूप में कार्य किया, जिसके बाद वे 2012 से 2014 तक दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में पदस्थ रहे।
शैक्षणिक पृष्ठभूमि की बात करें तो श्री ठाकुर सेंट स्टीफन्स कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने भारतीय विदेश व्यापार संस्थान (IIFT) से MBA किया है तथा भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) इंदौर से भी शिक्षा प्राप्त की है। साथ ही, उन्होंने जर्मनी से मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट में डिप्लोमा भी किया है।