भारत अपनी ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला को विविधता देने और वैश्विक ऊर्जा साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है
अमर चंद दिल्ली। यशोभूमि दिल्ली में इंडिया एनर्जी वीक 2025 में, भारत ने ऊर्जा सुरक्षा बढ़ाने, आपूर्ति स्रोतों में विविधता लाने और तेल एवं गैस क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई रणनीतिक समझौतों और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए। कार्यक्रम के दौरान मीडिया को संबोधित करते हुए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन समझौतों को देश के लिए अधिक लचीले और टिकाऊ ऊर्जा भविष्य की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। इस मौके पर पेट्रोलियम सचिव पंकज जैन व राजीव जैन भी मोजूद रहे।
कच्चे तेल के आयात में विविधता लाने के प्रयासों के तहत, बीपीसीएल ने 6 मिलियन बैरल कच्चे तेल के आयात के लिए ब्राजील के पेट्रोब्रास के साथ एक वैकल्पिक अवधि अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। प्राकृतिक गैस आधारित अर्थव्यवस्था में भारत के परिवर्तन को मजबूत करते हुए, आईओसीएल और एडीएनओसी (यूएई) ने 2026 से शुरू होने वाले 14 वर्षों के लिए 1.2 एमएमटीपीए एलएनजी स्रोत के लिए 7 बिलियन अमरीकी डालर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए, जबकि बीपीसीएल और एडीएनओसी ने 2.4 एमएमटी के लिए पांच साल का एलएनजी ऑफटेक समझौता किया, जिसे अगले पांच वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
क्षेत्रीय ऊर्जा आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की भूमिका का विस्तार करते हुए, आईओसीएल ने नेपाल के योग्या होल्डिंग्स के साथ अपना पहला एलएनजी निर्यात समझौता किया, जिससे ओडिशा के धामरा टर्मिनल के माध्यम से क्रायोजेनिक ट्रकों के माध्यम से सालाना 1,000 मीट्रिक टन (टीएमटी) की डिलीवरी सुनिश्चित हुई।
तकनीकी मोर्चे पर, ओएनजीसी ने भारत के सबसे बड़े अपतटीय तेल क्षेत्र, मुंबई हाई फील्ड के लिए तकनीकी सेवा प्रदाता के रूप में बीपी को चुना। बीपी फील्ड के प्रदर्शन की व्यापक समीक्षा करेगा, तकनीकी सुधारों को लागू करेगा और उत्पादन को स्थिर और बढ़ाने के लिए काम करेगा। इसके अतिरिक्त, ईआईएल ने रिफाइनिंग, पाइपलाइन संचालन और उत्सर्जन में कमी प्रौद्योगिकियों पर सहयोग करने के लिए बीपी बिजनेस सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
अपतटीय खनन में, ओएनजीसी विदेश लिमिटेड और पेट्रोब्रास ने ब्राजील, भारत और तीसरे देशों में अपस्ट्रीम तेल और गैस परियोजनाओं में संयुक्त रूप से भाग लेने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जिसमें व्यापार, कम कार्बन समाधान और डिजिटलीकरण के अवसरों की खोज की गई। ऑयल इंडिया लिमिटेड और पेट्रोब्रास ने भारत के गहरे और अति-गहरे अपतटीय बेसिनों में हाइड्रोकार्बन खनन के लिए भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए, जो सरकार की हाइड्रोकार्बन खनन और लाइसेंसिंग नीति के अनुरूप है।
भारत ने स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में भी कदम बढ़ाए हैं। बीपीसीएल ने इजराइल की इको वेव पावर के साथ साझेदारी की है। इसके तहत मुंबई में वेव एनर्जी कन्वर्टर तकनीक का इस्तेमाल कर देश की पहली वेव एनर्जी पायलट परियोजना स्थापित की गई है। जैव ईंधन क्षेत्र में बीपीसीएल ने मीठी ज्वार आधारित बायोएथेनॉल उत्पादन को बढ़ाने और किसानों तथा उद्योग भागीदारों के लिए क्षमता निर्माण के लिए कानपुर स्थित राष्ट्रीय शर्करा संस्थान के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
हाइड्रोकार्बन व्यापार को और आगे बढ़ाते हुए, बीपीसीएल ने एलपीजी (प्रोपेन और ब्यूटेन) की खरीद के लिए इक्विनोर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक समझौता किया।
मंत्री श्री पुरी ने जोर देकर कहा कि ये समझौते किफायती, टिकाऊ और विविध ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, साथ ही अत्याधुनिक ऊर्जा समाधानों में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देते हैं। ये साझेदारियां हमें अपने ऊर्जा ट्रांजिशन लक्ष्यों को हासिल करने और भारत के लिए एक मजबूत और लचीला ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित करने में मदद करेंगी। भारत ऊर्जा सप्ताह 2025 भारत पेट्रोलियम कंपनियां के विशेष तौर से का ए योजनाएं ला रहा है जो देश के साथ-विकास के साथ-साथ रोजगार उपलब्ध कराने में भी काफी के फायदे रहेगा।
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