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प्रधानमंत्री मोदी को मिला ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ सम्मान — भारत-श्रीलंका मैत्री की नई ऊंचाइयों का प्रतीक

Report by: Amar chand.

 

नई दिल्ली/कोलंबो, 6 अप्रैल 2025 — भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को आज श्रीलंका के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ से सम्मानित किया गया। यह ऐतिहासिक अवसर श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित एक गरिमामयी समारोह में सम्पन्न हुआ, जहाँ श्रीलंका के राष्ट्रपति रनिल दिसानायके ने स्वयं यह पुरस्कार प्रधानमंत्री को प्रदान किया।

यह सम्मान न केवल श्री मोदी के प्रति व्यक्तिगत सराहना है, बल्कि यह भारत और श्रीलंका के बीच वर्षों से चले आ रहे गहरे सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और कूटनीतिक संबंधों की मजबूती का प्रमाण है। श्री मोदी ने इस अवसर पर श्रीलंका की जनता, राष्ट्रपति और सरकार के प्रति हार्दिक आभार प्रकट करते हुए इसे भारत के 140 करोड़ नागरिकों का सम्मान बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा – “यह भारत और श्रीलंका की मित्रता का प्रतीक है”

अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने भावुक शब्दों में लिखा:

“आज राष्ट्रपति दिसानायके द्वारा ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ से सम्मानित किया जाना मेरे लिए बहुत गर्व की बात है। यह सम्मान सिर्फ़ मेरा नहीं है – यह भारत के 1.4 बिलियन लोगों के प्रति श्रद्धांजलि है। यह भारत और श्रीलंका के लोगों के बीच गहरी दोस्ती और ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक है। मैं इस सम्मान के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति, सरकार और लोगों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ।”

भारत-श्रीलंका संबंधों का स्वर्ण युग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत और श्रीलंका के संबंधों में नवीन ऊर्जा और गहराई आई है। चाहे वह कोविड-19 महामारी के दौरान वैक्सीन मैत्री की पहल हो या श्रीलंका को आर्थिक संकट से उबारने में भारत की सक्रिय भूमिका, हर मोर्चे पर भारत ने अपने पड़ोसी धर्म का परिचय दिया है।

भारत ने श्रीलंका को दवाइयों, खाद्य सामग्री, ईंधन और मुद्रा सहायता के रूप में 4 अरब डॉलर से अधिक की सहायता प्रदान की है। इसके अतिरिक्त तमिल समुदाय के विकास, रेलवे और बंदरगाह परियोजनाओं, डिजिटल कनेक्टिविटी और शिक्षा सहयोग में भी भारत की भूमिका सराहनीय रही है।

श्रीलंका की जनता का विशेष लगाव

प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका में एक ऐसे नेता के रूप में देखा जाता है जिन्होंने केवल राजनीति नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और सद्भावना की नींव पर रिश्ते बनाए। श्रीलंका के राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि, “प्रधानमंत्री मोदी एक सच्चे मित्र हैं, जिन्होंने हर मुश्किल घड़ी में श्रीलंका का साथ दिया। ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ उनके प्रति हमारी गहरी कृतज्ञता का प्रतीक है।”

एक भारत, श्रेष्ठ भारत – अब क्षेत्रीय नेतृत्व की ओर

यह सम्मान भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा और श्री मोदी के विवेकपूर्ण, सशक्त और मानवतावादी नेतृत्व का प्रमाण है। ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना को साकार करते हुए, भारत अपने पड़ोसी देशों को साथ लेकर चलने वाली नीति पर विश्वास करता है।

इस सम्मान के माध्यम से यह भी स्पष्ट होता है कि भारत का कूटनीतिक दृष्टिकोण केवल रणनीति नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय सहयोग का आधार बन रहा है। श्रीलंका मित्र विभूषण केवल एक पुरस्कार नहीं, यह भारत के ‘पड़ोसी पहले’ नीति की अंतरराष्ट्रीय मान्यता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘श्रीलंका मित्र विभूषण’ से सम्मानित किया जाना न केवल उनके व्यक्तिगत नेतृत्व की जीत है, बल्कि यह भारत की नीति, संस्कृति और अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण की स्वीकार्यता का भी प्रतीक है। यह पुरस्कार एक सशक्त संदेश है कि भारत अब केवल एक राष्ट्र नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है, जो विकास, सहयोग और मैत्री के पथ पर अग्रसर है।


 

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