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प्रधानमंत्री ने हर सेक्टर में सुनियोजित तरीके से काम करके देश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया—-अश्विनी वैष्णव

दिल्ली।

केंद्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अश्विनी वैष्णव ने आज पार्टी केंद्रीय कार्यालय में केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर मंत्रालय द्वारा किये गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया।

केंद्रीय मंत्री ने नौ वर्ष पूर्व और अब की रेल सेवा में आये बदलावों का जिक्र करते हुए कहा कि चाहे रेलवे स्टेशन हों, प्लेटफार्म हों, टॉयलेट हों, रेल डब्बे या फिर यात्री विश्रामालय हों, सभी जगह साफ़ सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है।

उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए रेलकर्मियों के व्यवहार से लेकर तकनीक के प्रयोग में अभूतपूर्व बदलाव आया है। तकनीकी सुविधाएं बढ़ाते हुए एप के माध्यम से टिकट बुक कराने से लेकर अन्य जानकारियां देने की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

पिछले 60 सालों में, 2014 तक, देश में रेलवे का विद्युतीकरण महज 21 हजार किलोमीटर हुआ था, लेकिन पिछले नौ सालों में ही 37 हजार किलोमीटर का विद्युतीकरण हो चुका है। इससे यात्रियों की सुविधाएं बढीं, ट्रेन की स्पीड बढ़ी और पर्यावरण में भी सुधार हुआ।

2014 तक औसतन 3-4 किलोमीटर प्रतिदिन नए रेल ट्रैक बिछाए जाते थे। आज देश में 14 किलोमीटर प्रतिदिन नए रेल ट्रैक बिछाए जा रहे हैं। पिछले साल 5,200 किलोमीटर नए रेल ट्रैक बिछाए गए।

देश में बढ़ती आबादी के अनुसार रेल की स्पीड, ट्रेनों की संख्या और क्षमता को बढ़ाना बहुत जरुरी है, ताकि यात्रियों को सुविधाएं मिल सकें। यात्रियों को वेटिंग लिस्ट वाली टिकट की जगह कन्फर्म टिकट मिल सके, ताकि उनकी यात्रा सुखद हो सके। ट्रेन से माल ढुलाई की सुविधा मिल सके ताकि अधिक से अधिक वस्तुओं की ढुलाई ट्रेन से हो सके। रेल से सामान ढुलाई होने पर लागत कम आता है, इससे महंगाई नियंत्रण भी होता है।

वंदे भारत नाम से एक विश्वस्तरीय ट्रेन चलायी जा रही है। दुनिया में सिर्फ आठ देशों की क्षमता है कि 160-180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने वाली ट्रेन डिजाईन कर उसे बना सके। अब भारत में भी ऐसी ट्रेनें बनने लगी हैं। देश के सभी राज्यों को वंदे भारत टेन चलाया जाएगा।

दस साल पहले तक देश में कोई भी नई चीज आती थी, तो वह पूर्वोत्तर के राज्यों में सबसे देर से पहुंचती थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर राज्यो में नयी चीजें भी अन्य प्रदेश के समकक्ष उपलब्ध करायी जा रही है। देश के अन्य हिस्सों के समकक्ष पूर्वोत्तर में रेल का विकास हो रहा है। गुवाहाटी से वंदे भारत चलाया गया। एक और वंदे भारत ट्रेन गुवाहाटी से सिल्चर के लिए चलने वाली है।

नार्थ ईस्ट, साउथ, केरल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेष, तेलंगाना, मध्यप्रदेष, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, यूपी, में वंदे भारत ट्रेन शुरु हो चुकी हैं। बिहार में भी वंदे भारत ट्रेन पहुंच रहा है। बिहार और झारखंड में यह बहुत जल्द चालू होने वाला है। जून माह तक हर राज्य में वंदे भारत टेन चलना शुरु हो जाएगा। इसके अतिरिक्त, राज्य के अंदर और शहरों को जोड़ने की योजना पर काम किया जा रहा हैं। अगले साल के मध्य तक देश के 200 शहरों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ दिया जायेगा। अब हरेक सप्ताह एक वंदे भारत ट्रेन बनकर बाहर आ रही है। अब नयी फैक्टरी में वंदे भारत ट्रेन का उत्पादन शुरु होगा, उसके बाद हर तीसरे दिन एक वंदे भारत ट्रेन बनकर बाहर आएगी। इसके बाद दो सप्ताह में पांच वंदे भारत ट्रेन उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है।

एक वंदे भारत टेन में लगभग 30 हजार सेमीकंडक्टर चिप्स लगते हैं। वंदे भारत टेन एक तरह से कंप्यूटर ऑन व्हीलस है। यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं दिशा निर्देश में हमारे इंजीनियर्स ने ट्रेन की बहुत ही अच्छी डिजाईन विकसित की है। देश के 270 रेलवे स्टेशन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए काम चल रहा है, जिसमें से 18 स्टेशन का काम पूरा होने की स्थिति में है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेवा भावना के साथ रेल सेवा में बहुत बड़ा परिवर्तन कर उसे एक नया स्वरूप प्रदान किया है। आज 800 करोड़ लोग प्रतिवर्ष रेल यात्रा और 30 करोड़ लोग प्रतिवर्ष हवाई जहाज से यात्रा करते हैं।

एक समय में टेलीकॉम एक ऐसा सेक्टर था,जहां घोटाले की ही चर्चा होती थी। आज टेलीकॉम सेक्टर वाईब्रेंट, इनोवेटीव सेक्टर की तरह उभरकर आया है। वर्तमान में देश का टेलीकॉम सेक्टर दुनिया का सबसे सस्ता वायस कॉल और डेटा सेवा दे रहा है। इसका प्रभाव पड़ा कि समाज के गरीबों तक तकनीक सहज तरीके से पहुंचा. तकनीक अब सिर्फ अमीरों के हाथों तक सीमित नहीं रहा। यह समाज के विकास के लिए बहुत जरूरी था। इसके लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, टेलीकॉतम को स्वाथ्यवर्द्धक प्रतियोगिता की स्थिति में लाया गया और कई तरह के इनीसिएटीव लिए गए।

यूपीए सरकार ने एक अच्छी कंपनी बीएसएनल को लगभग बंद होने के कगार पर पहुंचा दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीएसएनएल को उस स्थिति से निकालने के लिए चट्टान की तरह खड़े रहे। इसके परिणामस्वरूप बीएसएनएल ने इस साल लगभग 1,500 हजार करोड़ रुपये ऑपरेटिंग मुनाफा कमाया है। बीएसएनएल ने लगभग दो लाख ग्राम पंचायतो तक आप्टिकल फाइबर पहुंचाया है। बीएसएनएल ने आप्टिकल फाइबर के लगभग एक लाख नया कनेक्शन दिया है।

एक समय टेलीकॉम तकनीक के लिए भारत दुनिया पर निर्भर करता था। मेक इन इंडिया एवं आत्मनिर्भर भारत के कारण दुनिया के विकसित देशों में भारत से अब टेलिकॉम तकनीक का निर्यात हो रहा है। मोबाइल टावर के ऊपर एक रेडियो उपकरण लगता है, जो सबसे कम्प्लेक्स होता है। अब वह कम्प्लेक्स रेडियो उपकरण भारत में डिजाईन और मैनुफैक्चर हो रहा है और अमेरिका जैसे देश को निर्यात किया जा रहा है। यह भारत की तकनीकी क्षमता का विकास है।

एक समय 4G और 5G के एंड टू एंड टेक्नोलॉजी चार पांच देशों के पास ही था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्पष्ट विजन के कारण आज देश में 4G और 5G के एंड टू एंड टेक्नोलॉजी विकसित किया गया है। इसे विकसित करने में कई बाधाएं आईं, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन बाधाओं को दूर कराया और काम को आगे बढ़ाया। पहले एक साथ एक लाख कॉल को टेस्ट किया गया, उसके बाद 50 लाख कॉल को टेस्ट किया गया। पिछले दिसम्बर में उस पर एक साथ एक करोड़ कॉल करके टेस्ट किया गया। जी-7 मीटिंग में जब इस तकनीक के विकास पर चर्चा हुई तो अब हर देश इसे भारत से खरीदना चाहता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता से नई नीतियाँ और योजनाएं बनाकर काम की जा रही हैं। इसकी वजह से अगले एक-ढेड़ साल के अंदर दुनिया के संपन्न एवं विकसित देशों में भारत की टेलीकॉम टेक्नोलॉजी के उपकरण लगेंगे। 2014 में टेलीकॉम टॉवर लगाने में औसतन 300 दिन लगता था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो रिफार्म किए हैं, उसकी वजह से अब सात दिनों के अन्दर ही एक टावर लग जा रहे हैं।

कांग्रेस नेता उपहास उड़ाया करते थे कि क्या हाईवे पर भी कोई मोबाइल से पेमेंट कर पायेगा?

आज जापान जैसे तकनीकी रुप से विकसित देश ने भारत के डिजिटल पेमेंट की तारीफ़ की है। डिजिटल इंडिया आज जन जन तक पहुंचा है।

नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा यदि दिल्ली से ग्रामीण माता या ग्रामीण किसान के लिए 100 रुपये भेजे जाते हैं, तो सौ के सौ रुपये सीधे उनके एकाउंट में पहुंच जाते हैं। डिजिटल पेमेंट से अब देश बिचौलिया के भ्रष्टाचार से मुक्त हुआ।

उन्होंने इस प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि देश आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक मैनुफैक्चरिंग में छलांग लगा रहा है। आज से नौ साल पहले देश में इलेक्ट्रॉनिक मैनुफैक्चरिंग लगभग नगण्य थी, लेकिन आज 2.11 बिलियन डॉलर का इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का निर्यात हो रहा है। 11 बिलियन डॉलर का मोबाइल फोन का निर्यात हुआ है। आज सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक मैनुफैक्चरिंग मे 25 लाख लोग जॉब कर रहे हैं। एक-एक फैक्ट्री में 20-25 हजार लोग एक साथ काम कर रहे हैं जिनमें 70 प्रतिशत महिलाएं हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर सेक्टर में सुनियोजित तरीके से काम करके देश की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। 2004 में भारत की जीडीपी दुनिया के 10वें स्थान पर थी और 2014 में भी यही स्थिति थी। इन 10 सालों में देश का विकास जस का तस बना रहा, जो देश के लिए बहुत नुकसानदायक साबित हुआ।

2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद, पिछले नौ सालों में देश की अर्थव्यवस्था विश्व में पांचवें स्थान पर पहुँच गई हैं। पूरा विश्वास है कि 2026 तक भारत की अर्थव्यवस्था चौथे स्थान पर और 2027-28 में तीसरे स्थान पर पहुँच जाएगी।

दीर्घकालिक विकास के लिए निरंतर चलने वाली विकास को चुनना पड़ता है, इसके लिए सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ना होता है। शार्ट कट लगाने वाले राजनीतिक दल देश को नुकसान पहुंचाते हैं। पूरे देशवासियों में देश को ऊँचाई तक ले जाने की अपूर्व क्षमता है। इसके लिए कड़ी मेहनत, अच्छी नियत और सोच समझकर भविष्य को ध्यान में रखकर निर्णय लेने होंगे। विगत 9 वर्षो में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भविष्य को ध्यान में रखकर ही निर्णय लिए हैं ताकि देश विकास के पथ पर लगातार अग्रसर रहे।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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