देश मोदी जी के नेतृत्व में चौमुखी विकास के साथ जुड़ा हुआ है——रामदास आठवले
रामदास आठवले ने झारखंड के पारसनाथ में स्थित जैन समुदाय के धार्मिक तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर को केंद्र ने इको सेंसेटिव जोन घोषित किए जाने के आदेश को वापस लेने पर अपनी खुशी जाहिर की। रिपब्लिकल पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने शास्त्री भवन में एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि पारसनाथ में स्थित जैन मंदिर जैन धर्म की आस्था से जुड़ा हुआ एक पवित्र स्थल है उसे एक पर्यटन स्थल के रूप में नहीं देखना चाहिए। उन्होंने झारखंड के सरकार को धार्मिक आस्था पर कुठाराघात करने वाला कहा। आपको बताते चलें कि सम्मेद शिखर पर यह विवादतब शुरू हुआ जब राज्य सरकार द्वारा अगस्त 2019 को अधिसूचना जारी कर पारसनाथ के एक भाग को इको सेंसेटिव जोन के रूप में घोषित कर दिया था, जिसके तहत वहां इको टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा सकता था। वहीं, राज्य सरकार ने 22 फरवरी 2019 को अधिसूचना जारी कर पारसनाथ को अंतरराष्ट्रीय महत्व का पर्यटन स्थल घोषित कर दिया। जैन समाज का कहना है कि पर्यटन क्षेत्र घोषित होने से वहां मांस-मदिरा को उपयोग होना शुरू हो जाएगा। राज्य सरकार का कहना है कि वहां छोटी-मोटी सुविधाएं बहाल करने के लिए पर्यटन क्षेत्र घोषित करना जरूरी था। परन्तु जैन समुदाय के विरोध करने पर केंद्र सरकार ने जैन धर्मावलंबियों के प्रसिद्ध तीर्थस्थल पारसनाथ में पर्यटन व इको टूरिज्म की गतिविधियों पर रोक लगा दी है। केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। पारसनाथ (सम्मेद शिखर) को पर्यटन क्षेत्र घोषित करने के विरोध में जैन समाज के व्यापक आंदोलन तथा इको सेंसेटिव जोन घोषित किए जाने के आदेश वापस लेने की लगातार हो रही मांग को देखते हुए केंद्र ने यह निर्णय लिया। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने झारखंड सरकार को पत्र लिखकर जैन तीर्थस्थल की पवित्रता बरकरार रखने और पर्वत क्षेत्र में मांस-मदिरा और शराब की बिक्री व सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए हैं।
वहीं रामदास आठवले ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा हल्द्वानी में जनता के लिए जो निर्णय लिए गए हैं इससे वहां की जनता को कुछ ना कुछ राहत मिलेगी एक तरफ उन्होंने वहां की जनता के लिए इसे अच्छा संकेत माना है वहीं दूसरी ओर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गये इस फैसले से यह भी साफ कर दिया है कि यह जो जगह है वह रेलवे की है और आने वाले समय में वहां पर रहने वाले निवासियों को वह स्थान खाली करना ही पड़ेगा।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन को वहां रहने वाले निवासियों को पुनर्स्थापित करने को भी कहा है। अठावले ने मुंबई में भी रह रहे अनियमितबस्तियों के लोगों को पुनर्स्थापित करने के लिए एक योजना के बारे में बताया जिसके माध्यम से वहां पर जो फ्लैट बनाए जाएंगे उन्हें बस्तियों में रहने वाले लोगों को दिया जाएगा तथा अन्य जो फ्लैट बनेंगे, उससे फ्लैट बनाने वाला व्यक्ति अपनी कीमत उन्हें बेचकर पूरा करेगा। जिससे सरकार पर कोई आर्थिक बोझा नहीं आएगा और जिनके पास घर नहीं है उनके पास अपना घर होगा तथा शहर में साफ सफाई और न्याय व्यवस्था बनाने में भी यह कार्य योजना काम आएगी।
इस वार्ता के दौरान एक सवाल के उत्तर में रामदास आठवले ने कहा कि राहुल गांधी एक और भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं परंतु उनकी खुद की कांग्रेस की हालत इतनी खराब चल रही है कि वह बिखर रही है। कांग्रेस को भारत जोड़ने के बजाए कांग्रेस जोड़ो यात्रा करनी चाहिए।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि भारत नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जुड़ा हुआ है और भारत सरकार के नेतृत्व में इतना सामर्थ है कि आगे भी जुड़ा रहेगा। अब कांग्रेस को यह तय करना है कि उसे जोड़े रखने में कौन कितनी बड़ी भूमिका अदा करता है उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश जोड़ने से पहले कांग्रेस को जोड़ने का काम करें।