आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय और हडको द्वारा आयोजित
पीएमएवाई-यू 2.0 पर राष्ट्रीय कार्यशाला
दिल्ली।आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा हाउसिंग एंड अर्बन डेवलममेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (हडको) के सहयोग से इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (पीएमएवाई-यू) 2.0 पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के 100 से अधिक हितधारकों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन विद्युत और आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा किया गया। उन्होंने “हाउसिंग फार ऑल” के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि पीएमएवाई-शहरी 2.0 एक ऐतिहासिक पहल है। इस योजना के अंतर्गत अनगिनत परिवारों का अपने स्वयं का घर होने का स्वप्न पूरा हो सकेगा। इतना ही नहीं, यह भी सुनिश्चित किया गया है कि उन्हें ये किफायती और समावेशी आवास प्राप्त हों।उन्होंने आगे बताया कि इस योजना में निम्न-आय वर्ग (एलआईजी), मध्यम-आय वर्ग (एमआईजी) जैसे प्रमुख क्षेत्रों को प्राथमिकता प्रदान की गई है। इसमेंस्ट्रीट वेंडर, आर्थिक रूप से वंचित व्यक्ति, महिलाएँ और विशेष रूप से विकलांग व्यक्ति शामिल हैं।
अपने उद्घाटन भाषण में हडको के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संजय कुलश्रेष्ठ ने कहा कि हडको सभी के लिए किफायती आवास सुनिश्चित करने के सरकार के प्रयासों का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने प्रतिस्पर्धी शर्तों पर वित्तीय सहायता प्रदान करने, परियोजना तैयार करने में कार्यान्वयन एजेंसियों की सहायता करने और हितधारकों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए क्षमता निर्माण कार्यशालाओं के आयोजन में हडको के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
श्री कुलदीप नारायण,संयुक्त सचिव और मिशन निदेशक (एचएफए) ने पीएमएवाई-शहरी 2.0 की प्रमुख विशेषताओंका उल्लेखकरते हुएइसके मानदंडों, इसकी कार्य पद्धतियों और कार्यान्वयन की प्रक्रियाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन पर 25 से अधिक राज्यों ने हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने सरकारी और निजी दोनों हस्तक्षेपों के माध्यम से किफायती आवास इकोसिस्टम का विस्तार करने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया।