प्रधानमंत्री मोदी की श्रीलंका में तमिल नेताओं से मुलाकात
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोलंबो में श्रीलंका के तमिल समुदाय के वरिष्ठ नेताओं से भेंट कर एक बार फिर भारत की तमिलों के कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया। इस भेंट के दौरान प्रधानमंत्री ने दो सम्मानित तमिल नेताओं – थिरु आर. सम्पंथन और थिरु मावई सेनाथिराजा के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री ने कहा,
“श्रीलंका के तमिल समुदाय के नेताओं से मिलना हमेशा ही एक विशेष अनुभव रहा है। थिरु सम्पंथन और थिरु सेनाथिराजा न केवल तमिल समाज के लिए प्रतिबद्ध थे, बल्कि मैंने उन्हें व्यक्तिगत रूप से भी जाना है। उनके योगदान को मैं नमन करता हूँ।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर श्रीलंका के तमिल समुदाय के साथ समानता, सम्मान और न्याय के जीवन के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता को पुनः दोहराया।
तमिल समाज की समग्र प्रगति के लिए परियोजनाएं होंगी सहायक
प्रधानमंत्री ने अपनी श्रीलंका यात्रा के दौरान शुरू की गईं विकासपरक परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए आशा व्यक्त की कि ये योजनाएं तमिल समुदाय की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक उन्नति में उल्लेखनीय भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने कहा:
“इन पहलों के माध्यम से हमारा प्रयास है कि तमिल समुदाय को वह सहयोग, अवसर और आत्मसम्मान प्राप्त हो, जिसके वे वास्तविक हकदार हैं। भारत, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।”
भारत-श्रीलंका संबंधों में मानवीय संवेदना की मिसाल
प्रधानमंत्री की यह मुलाकात केवल एक कूटनीतिक कदम नहीं थी, बल्कि यह उन मानवीय मूल्यों की अभिव्यक्ति थी, जो भारत की विदेश नीति में ‘नेबरहुड फर्स्ट’ दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।
भारत और श्रीलंका के बीच भरोसे, सहयोग और साझा सांस्कृतिक विरासत को और सुदृढ़ करेगा। भारत के तमिल समुदाय की ऐतिहासिक और भावनात्मक संबंधों को ध्यान में रखते हुए यह पहल विशेष महत्व रखती है।