एस बी आई द्वारा दिल्ली शहर में 11 केन्द्रों पर बैठकें की गईं
दिल्ली, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने नए विचारों को सृजित करने एवं बैंक निष्पादन की समीक्षा करने के लिए राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ अनुरूप करते हुए सभी 37 क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकार क्षेत्र में आने वाली शाखाओं को शामिल करते हुए 30 केन्द्रों पर दो दिवसीय एक चर्चा सत्र का आयोजन किया गया एवं केवल दिल्ली शहर में 11 केन्द्रों पर बैठकें की गईं। 17 और 18 अगस्त को हुई यह अपनी तरह की पहली चर्चा है जो बैंक की बॉटम-अप कंसल्टेटिव प्रक्रिया के पहले चरण को तैयार करने की दिशा में एक सुदृढ़ प्रयास है। क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालयों में चर्चा सत्र में संबन्धित क्षेत्रीय कार्यालय के क्षेत्रीय प्रबंधक की लीडरशिप में टीम के सभी सदस्यों (शाखा प्रबन्धकों) के साथ गहन चर्चा हुयी। दिल्ली मण्डल के अधीन 30 केन्द्रों पर 37 क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालयों द्वारा बैठकें संपन्न। केवल दिल्ली शहर में 11 केन्द्रों पर बैठकें की गईं। 1000 से अधिक शाखा प्रबंधकों, क्षेत्रीय प्रबंधकों और बैंक के शीर्ष अधिकारियों के साथ परामर्शी बैठकें। सभी स्तरों पर विचार और परामर्श प्रक्रिया को सृजित करने के लिए बैठकें आयोजित। अभियान में सामने आए नए विचारों और सुझावों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। दिल्ली में पहले दौर की चर्चा में बैंक के प्रबन्ध निदेशक (रिटेल एवं डिजिटल बैंकिंग),पी के गुप्ता व दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबन्धक, विजय रंजन पर्येवेक्षक के रूप में मोजूद थे।
ऐसी ही एक चर्चा का आयोजन क्षेत्रीय कार्यालय, क्षेत्र 1, प्रशासनिक कार्यालय 1 स्थानीय प्रधान कार्यालय, नई दिल्ली के 11वें तल पर हुआ जिसमें बैंक के प्रबन्ध निदेशक (रिटेल एवं डिजिटल बैंकिंग), पी के गुप्ता तथा दिल्ली मण्डल के मुख्य महाप्रबन्धक, विजय रंजन पर्येवेक्षक के रूप में मोजूद थे। बाद में श्री गुप्ता ने एक प्रैस कॉन्फ्रेंस की और संवादाताओं को संबोधित किया। इस बैठक का प्राथमिक उद्देश्य अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में ऋण बढ़ाना, प्रौद्योगिकी के उपयोग से नवाचार लाना और बड़े डेटा विश्लेषणों को सक्षम बनाना और बैंकिंग को नागरिक-केंद्रित बनाने के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, छोटे उद्योपातियों, उद्यमियों, युवाओं, विद्यार्थियों एवं महिलाओं की आवश्यकताओं और आकांक्षाओं के प्रति और अधिक उत्तरदायी बनाना है। एसबीआई दिल्ली मण्डल ने सामूहिक रूप से कई कार्यान्वयन योग्य और अभिनव सुझावों की पहचान की है जो बैंक के प्रदर्शन को बेहतर बनाने और भविष्य के रोडमैप को स्थापित करने में मदद कर सकते हैं। इन सुझावों को एकत्र किया गया और प्रत्येक क्षेत्र के अंतर्गत शाखाओं के तुलनात्मक प्रदर्शन मूल्यांकन के साथ, SLBC / राज्य स्तर पर आगे की चर्चा के लिए क्षेत्रीय/ क्षेत्रीय स्तर पर भेजा गया है। बाद में, बैंक राष्ट्रीय स्तर पर अंतर-बैंक प्रदर्शनों की तुलना करने और सार्वजनिक उपक्रमों के कार्यान्वयन के लिए आगे के रास्ते के बारे में सुझावों को अंतिम रूप देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर अंतिम परामर्श लेने का फैसला करेगा। परामर्श प्रक्रिया के परिणामस्वरूप शाखा स्तर तक भागीदारी और उद्देश्यों की नए सिरे से पहचान हुई है और बैंक ने आगे के लिए रोडमैप लागू करने के लिए स्वयं को तैयार किया है तथा अपने निष्पादन में सुधार किया है एवं स्वयं को राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ संरेखित किया है ताकि यह भारतीय विकास गाथा में सहभागी बन सके।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) संपत्ति, जमा, शाखाओं, ग्राहकों और कर्मचारियों के मामले में सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक होने के साथ-साथ देश का सबसे बड़ा बंधक (Mortgage) ऋणदाता भी है। 30 जून, 2019 तक, बैंक के पास 45.1% के CASA अनुपात के साथ 28 लाख करोड़ रुपये से अधिक का जमा आधार है और 19 लाख करोड़ रुपये से अधिक की अग्रिम है। SBI की होम लोन और ऑटो लोन में क्रमशः 35% और 36% बाजार हिस्सेदारी है। बैंक का भारत में 22,088 शाखाओं का सबसे बड़ा नेटवर्क है और 58,495 से अधिक का एटीएम/सीडीएम नेटवर्क है। इंटरनेट बैंकिंग सुविधा का उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या 66 मिलियन से अधिक है और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं 14.8 मिलियन हो गई है। एसबीआई का योनो- एक एकीकृत डिजिटल और जीवन शैली प्लेटफॉर्म के लिए डाउनलोड –16 मिलियन से अधिक एवं प्रति दिन लॉगिन के साथ 23 मिलियन से अधिक है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर, फेसबुक, यूट्यूब, लिंक्डइन और पिंटरेस्ट पर एसबीआई के सबसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं। बैंक दुनिया भर के सभी बैंकों में फेसबुक और यूट्यूब पर फॉलोअर्स की सूची में सबसे ऊपर है।