पीएनबी ने सतर्कता जागरूकता के लिए वॉकाथॉन आयोजित की
नई दिल्ली, 29 अक्तूबर, 2020: पीएनबी ने सतर्कता जागरुकता सप्ताह में पुलिस मेमोरियल, नई दिल्ली से एक वॉकॉथन आयोजित की। श्री विजय कुमार त्यागी, मुख्य सतर्कता अधिकारी, श्री विवके झा, मुख्य महाप्रबंधक तथा श्री राम कुमार, अंचल प्रबंधक, दिल्ली इस अवसर पर उपस्थित रहे। शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए वॉकॉथॉन का शुभारंभ किया गया।
देश के अग्रणी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, पंजाब नैशनल बैंक(पीएनबी) ने 27 अक्तूबर, 2020 को सतर्कता जागरुकता सप्ताह का शुभारंभ किया था, जो 02 नवंबर, 2020 तक चलेगा। वॉकॉथॉन का उद्देश्य जनसामान्य को सतर्क रहने की जिम्मेदारी निभाने और भारत को समृद्ध बनाने के लिए एकजुट होकर प्रयास करने के लिए प्रेरित करना है। वॉकॉथॉन में बड़ी संख्या में पीएनबी स्टाफ सदस्यों ने प्रतिभागिता की।
वॉकॉथान को रवाना करते हुए श्री विजय कुमार त्यागी, मुख्य सतर्कता अधिकारी, पीएनबी ने कहा,“सतर्क भारत निश्चय ही समृद्ध भारत बनेगा, जब हम सभी सतर्कता से नियमों एवं दिशानिर्देशों का पालन करेंगे और जीवन के हर क्षेत्र में अनुशासन का पालन करेंगे। सतर्कता मात्र शब्द न होकर सच्चे अर्थों में मार्गर्शक एवं प्रेरक हैं, जो आपको और आपके संगठन को दबाव व जोखिम से दूर रखते हैं। मैं यह भी कहना चाहूंगा कि स्थिर मन से ही संपन्नता को प्राप्त किया जा सकता है और जब आप जीवन में नियमों एवं अनुशासन का पालन करते हैं तो आप अपने आपको तथा अपने संगठन को गौरवान्वित करते हैं।”
श्री राम कुमार, अंचल प्रबंधक, दिल्ली ने सतर्कता जागरुकता सप्ताह के अवसर पर पीएनबी द्वारा संगठन में सही आचरण , पारदर्शिता तथा निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर किए जा रहे विभिन्न प्रयासों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
श्री विवेक झा, मुख्य महाप्रबंधक, पीएनबी ने अपने धन्यवाद ज्ञापन में सभी संभावित जोखिमों के प्रति अपने व्यावसायिक तथा व्यक्तिगत जीवन में सतर्क तथा जागरुक रहने पर बल दिया और ईमानदारी व शुचिता से परिपूर्ण परिवेश तैयार करने की जरुरत बताई।
27 अक्तूबर, 2020 को पीएनबी के एक लाख से अधिक स्टाफ सदस्यों ने प्रक्रियागत सुधार तथा शुचिता को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए शुचिता की शपथ ली थी। इस वर्ष सतर्कता जागरुकता सप्ताह का विषय है “सतर्क भारत, समृद्ध भारत” – जिसके लिए प्रक्रियागत अथवा अन्य सभी संभावित जोखिमों के प्रति सामूहिक सतर्कता व जागरुकता बरतने की आवश्यकता है।