भारत–इजराइल ने किया ऐतिहासिक निवेश समझौता, आर्थिक रिश्तों को मिलेगी नई ताकत
इजराइल के वित्त मंत्री स्मोट्रिच ने साइबर सुरक्षा, रक्षा, नवाचार और हाई-टेक सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया
Amar sandesh नई दिल्ली। भारत और इजराइल ने आज नई दिल्ली में एक द्विपक्षीय निवेश समझौते (BIA) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते पर भारत की वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण और इजराइल के वित्त मंत्री श्री बेजालेल स्मोट्रिच ने दस्तखत किए। इस मौके पर दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी और इजराइली प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद रहा।
यह समझौता भारत और इजराइल के आर्थिक रिश्तों में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर माना जा रहा है। इसके तहत निवेशकों को अधिक सुरक्षा और निश्चितता मिलेगी, विवाद समाधान के लिए स्वतंत्र प्रणाली स्थापित होगी और व्यापार व निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इसमें निवेश की जब्ती से सुरक्षा, पारदर्शिता, नुकसान की भरपाई और सुचारू हस्तांतरण के प्रावधान शामिल हैं।
वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत ने कई आर्थिक सुधार किए हैं, जिनसे देश दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना है और निवेश के लिए बेहतर माहौल तैयार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और इजराइल को निवेश अवसरों को और गहराई से तलाशना चाहिए।
इस मौके पर श्रीमती सीतारमण ने इजराइल में हाल ही में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ दोनों देशों की एकजुटता पर जोर दिया।
इजराइल के वित्त मंत्री स्मोट्रिच ने साइबर सुरक्षा, रक्षा, नवाचार और हाई-टेक सेक्टर में सहयोग बढ़ाने पर बल दिया। साथ ही उन्होंने वित्तीय तकनीक, डिजिटल भुगतान, इंफ्रास्ट्रक्चर और वित्तीय नियमन के क्षेत्र में साझेदारी मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने श्रीमती सीतारमण को इजराइल आने का न्योता भी दिया।
फिलहाल दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय निवेश लगभग 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर है, और इस समझौते से इसमें तेजी से बढ़ोतरी की उम्मीद है।