वित्तीय सेवा सचिव एम. नागराजू ने किया “स्वच्छता ही सेवा 2025” अभियान का शुभारंभ
“स्वच्छोत्सव” थीम के अंतर्गत राष्ट्रव्यापी जनभागीदारी, 1.05 लाख संगठन और 86,000 शाखाएँ होंगी शामिल
Amar sandesh दिल्ली।वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) ने आज से राष्ट्रव्यापी “स्वच्छता ही सेवा 2025” अभियान का आगाज़ किया। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक आयोजित होगा और इस वर्ष की थीम “स्वच्छोत्सव” रखी गई है, जो स्वच्छता को उत्सव के उल्लास और सामूहिक जिम्मेदारी के साथ जोड़ने का संदेश देती है।
डीएफएस के अंतर्गत आने वाले सभी 105 संगठन और वित्तीय संस्थान तथा उनकी 86,000 से अधिक शाखाएँ इस अभियान में भाग लेंगी। इसके तहत स्वच्छता गतिविधियों, वृक्षारोपण कार्यक्रमों और जनजागरूकता अभियानों का आयोजन किया जाएगा। सफाई मित्रों को सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री जनधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना से जोड़ने पर विशेष बल दिया गया है, ताकि वे सामाजिक-आर्थिक रूप से सशक्त हो सकें।
अभियान की शुरुआत पर वित्तीय सेवा सचिव एम. नागराजू ने कहा कि स्वच्छता केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि जीवन जीने का तरीका है। उन्होंने कहा कि डीएफएस के सभी संगठन और उनकी शाखाएँ यह संकल्प लेंगी कि वे न केवल अपने कार्यस्थलों को स्वच्छ रखेंगी, बल्कि समाज में भी स्वच्छता का संदेश पहुंचाएँगी। नागराजू ने आगे कहा कि यह पहल प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को नई ऊर्जा प्रदान करेगी और समाज को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान देगी।
देशभर में जिला स्तर पर अग्रणी जिला प्रबंधकों को अभियान की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है, जिसके तहत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वच्छता गतिविधियाँ आयोजित होंगी और ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर उनमें समय पर सुधार किया जाएगा। अभियान के दौरान 25 सितंबर की सुबह 8 बजे राष्ट्रव्यापी श्रमदान का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें बैंक कर्मियों के साथ-साथ आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
इस अवसर पर डीएफएस के विभिन्न संगठनों द्वारा स्वच्छता की शपथ ली गई और स्वच्छ भारत के संकल्प को और मज़बूत बनाने का संदेश दिया गया।
