संविधान पर हमला, न्याय की मर्यादा पर आघात, मुख्य न्यायाधीश पर हमले की कड़ी निंदा की श्रीमती सोनिया गांधी ने
Amar sandesh नई दिल्ली। कांग्रेस मुख्यालय द्वारा आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी का बयान सार्वजनिक किया गया। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस अमानवीय कृत्य की भर्त्सना के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं हैं। यह हमला केवल माननीय मुख्य न्यायाधीश पर नहीं, बल्कि भारतीय संविधान, उसकी मर्यादा और न्यायपालिका की स्वतंत्रता पर सीधा प्रहार है।
श्रीमती सोनिया गांधी ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय में भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश पर हुए हमले की निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं हैं। यह केवल उन पर नहीं, बल्कि हमारे संविधान पर भी हमला है।”
उन्होंने आगे कहा “मुख्य न्यायाधीश गवई ने अत्यंत संयम और उदारता का परिचय दिया है, किंतु अब आवश्यक है कि पूरा राष्ट्र दुःख, पीड़ा और आक्रोश की इस घड़ी में उनके साथ एकजुटता से खड़ा हो।”
श्रीमती गांधी ने इस घटना को लोकतंत्र की आत्मा और संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा पर गंभीर चोट बताते हुए कहा कि भारत के नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वे संविधान की रक्षा और न्यायपालिका की स्वतंत्रता के समर्थन में एक स्वर में एकजुट हों।
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